उत्तर प्रदेश : कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं में जोश और उत्साह देखने को मिला, जिन्होंने बुधवार को महाकुंभ के अवसर पर त्रिवेणी संगम में स्नान किया। ‘हर हर महादेव’, ‘जय श्री राम’ और ‘जय गंगा मैया’ के उद्घोष करते हुए श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के 62 वर्षीय निबर चौधरी ने कहा, “यह मेरी पहली बार संगम में डुबकी लगाने का अनुभव था। डुबकी लगाने के बाद सच में ताजगी का एहसास हुआ।” चौधरी के साथ आए शिवराम वर्मा ने कहा कि उनका अनुभव सकारात्मक रहा और प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की हैं। लखनऊ की निवासी नैंसी भी पहली बार महाकुंभ आईं और यहां की व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखीं। उन्होंने कहा, “अब तक का मेरा अनुभव अच्छा रहा है।” फतेहपुर जिले के अभिषेक ने भी संतोषजनक अनुभव की बात की और कहा कि उन्हें किसी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। कानपुर निवासी विजय कठेरिया ने महाकुंभ के सुरक्षा इंतजामों की सराहना की और कहा कि पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती और सुरक्षा के अन्य उपाय किए गए हैं।मंगलवार को मकर संक्रांति के दिन विभिन्न अखाड़ों के संतों ने महाकुंभ में पहला अमृत स्नान किया। मकर संक्रांति पर त्रिवेणी संगम में लगभग 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। साधु-संतों ने पारंपरिक हथियारों से प्रदर्शन कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन प्रदर्शनाओं में भालेबाजी और तलवारबाजी से लेकर ‘डमरू’ बजाने तक की जोशपूर्ण गतिविधियां शामिल थीं, जो सदियों पुरानी परंपराओं का जीवंत उदाहरण थीं। पुरुष नागा साधुओं के साथ महिला नागा संन्यासियों की भी बड़ी संख्या थी। महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक जारी रहेगा।