महाराष्ट्र : जलगांव जिले के पलाधी गांव में बुधवार को दो गुटों के बीच झड़प हो गई, जब राज्य मंत्री गुलाबराव पाटिल के ड्राइवर द्वारा कार का हॉर्न बजाने से स्थानीय लोग नाराज़ हो गए। यह विवाद तब बढ़ा जब शिवसेना मंत्री के परिवार को ले जा रहे वाहन के ड्राइवर की हरकत से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। घटना ने तूल पकड़ लिया, जिससे ग्रामीणों और मंत्री समर्थकों के बीच बहस हुई। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने पथराव किया और दुकानों व वाहनों को आग के हवाले कर दिया।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कविता नेरकर ने बताया कि जिले में गुरुवार शाम छह बजे तक कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार रात पारदा गांव में भी इसी तरह के विवाद के चलते हिंसा हुई थी, जिसमें कुछ दुकानों में आग लगा दी गई थी। पुलिस ने 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और 10 को हिरासत में लिया है। अधिकारी ने कहा कि यह घटना स्थानीय विवाद का परिणाम है, और 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और कानून-व्यवस्था में सहयोग करने की अपील की गई है।इसके साथ ही, बीड जिले में जबरन वसूली के मामले में वांछित और महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड ने पुणे में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य में किसी भी प्रकार का “गुंडा राज” सहन नहीं किया जाएगा। वहीं, विपक्षी दलों ने कराड को पकड़ने में तीन सप्ताह की देरी पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए।