जगाधरी : करवाचौथ पर्व को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह है। इस बार भी कांच, मेटल व परांपरिक डिजाइन वाली फिरोजाबादी फैंसी चूड़ियां पसंद के मामले में पहले स्थान पर है। इसे अलावा राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, बंगाल की चूड़ियां भी बिक्री हो रही है। चूड़ियाें की खनक से बाजार खनक रहा है।इतना नहीं महिलाएं मोबाइल फोन में फोटो दिखाकर दुकानदारों से आइटम की मांग कर रही हैं। विभिन्न शॉपिंग एप पर मिलने वाली चूड़ियों व कंगन की महिलाएं ज्यादा मांग कर रही हैं। महिलाओं का श्रृंगार चूड़ी व कंगन के बिना अधूरा है। बात जब करवा चौथ की हो तो इसका महत्व और बढ़ जाता है।
करवाचौथ सुहागिनों का पर्व और चूड़ियां सुहाग की निशानी मानी जाती हैं। शहर के बाजारों में महिलाओं को लुभाने के लिए चूड़ियों के सैकड़ों डिजाइन उपलब्ध हैं। कांच की चूड़ी हो या लाख, हाथी दांत से बने कंगन की हो महिलाएं इनकी खूब खरीदारी कर रही हैं। सबसे अलग दिखने की चाह में महिलाएं करवाचौथ पर पहनने वाली ड्रेस लेकर दुकानों पर चूड़ियां खरीदने पहुंच रही हैं।बाजार में करवा चौथ के लिए विशेष रूप से कांच, लाख, हाथ दांत, राजस्थानी राजपूताना डिजाइन, जड़ाऊ मीनाकारी, अमेरिकन डायमंड, थ्रेड बैंग्ल (धागों वाली चूड़ियां) सहित मेटल की चूड़ियों के दर्जनों डिजाइन व किस्में उपलब्ध हैं। इन दिनों बाजार में 40 रुपये 2000 रुपये तक के चूड़ियों, कंगन के सैट उपलब्ध हैं।
दुकानदार अरुण, ललित, नवीन, मुकेश, सुनील ने बताया कि इन दिनों बाजार में कांच व मेटल से बनी राजस्थानी चूड़ियाें के साथ लाख के कंगन महिलाओं को खूब भाह रहे हैं। महिलाएं चूड़ियां व कंगन लेने के लिए अपनी साड़ी, सूट, लहंगा इत्यादि साथ लेकर दुकान पर पहुंच रही हैं। परिधान से मेल खाती चूड़ियां व कंगन के सेट ही खरीद रही हैं।उन्होंने बताया कि राजस्थानी चूड़ा, जरकन व सामान्य कांच की चूड़ियों की भी काफी मांग हैं। राजस्थानी चूड़ा 150 से 1500 रुपये व कांच की चूड़ियों की डिब्बी 40 रुपये 500 रुपये में उपलब्ध है। वहीं, साड़ियों व ड्रेस की मैचिंग के साथ जरकन, मोतियों व कुंदन के सेट भी बिक्र रहे हैं। बाजार में इनकी रेंज 250 रुपये से शुरू है और 1500 रुपये तक सेट उपलब्ध हैं। नवविवाहिताओं को भा रहीं राजपूताना चूड़ियां व कंगन तेजली स्टेडियम रोड स्थित जनरल स्टोर संचालिका सोनी ने बताया कि नवविवाहिताओं में करवाचौथ का काफी उत्साह है। जिन युवतियों का पहला व्रत है वे इसे यादगार बनाना चाहती है। सोनी ने बताया कि नवविवाहिताओं को राजस्थानी परंपरा की राजपूताना चूड़ियां व कंगन खूब भाह रहे हैं। राजवाड़ों के जमाने में राज परिवार की महिलाएं इन डिजाइनों की चूड़ियां पहनती थी। वहीं, मलखम कपड़े की कारीगरी व धागा चूड़ियां भी युवतियों को काफी पसंद आ रहे हैं। चूंकि यह वजन में हल्की और रंगबिरंगी होेती हैं। उन्होंने बताया कि 60 से चूड़ियों का सेट है जो संख्या के अनुसार 500 रुपये तक उपलब्ध हैं।
पति खरीद रहे पत्नियों के लिए उपहार शहर के गिफ्ट स्टोर पर भी भीड़ देखने को मिल रही है। पुरुष करवाचौथ पर पत्नी को देने के लिए उपहार खरीद रहे हैं। बाजार की तमाम गिफ्ट शॉप पर पुरुष करवा चौथ के लिए उपहार की खरीदारी करते दिख रहे हैं। इसके लिए बाजार में पैंडल, अंगूठी,नेकलेस, फोटो फ्रेम, पर्स, घड़ियों इत्यादि की खूब बिक्री हो रही है। इसके अलावा स्पेशल केक, बुके, गुलदस्तों की भी बुकिंग चल रही है।