बिहार : राजनीति में हाल के दिनों में तेज हलचल देखने को मिल रही है। भले ही चार सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे जल्द ही घोषित होने वाले हैं, लेकिन इसके पहले ही प्रदेश की सियासी गतिविधियों ने अटकलों को बढ़ा दिया है। भारतीय जनता पार्टी के भीतर लगातार बैठकों का सिलसिला जारी है।आज केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के आवास पर बिहार भाजपा के प्रमुख नेताओं की बैठक हुई। इसमें प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा, सम्राट चौधरी, मंत्री मंगल पांडे, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और सांसद संजय जायसवाल सहित अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। इसके बाद दिलीप जायसवाल ने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। उन्होंने बताया कि यह एक कोर कमेटी की बैठक थी, जिसमें 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति पर विचार-विमर्श हुआ।इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि भाजपा आगामी चुनावों को लेकर पूरी तैयारी में जुटी हुई है। हालांकि, यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या बिहार में समय से पहले विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। वर्तमान सरकार के पास अब भी एक साल का कार्यकाल बचा हुआ है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि समय पूर्व चुनाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।इसी बीच, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने बोधगया दौरे के दौरान कहा कि उनकी सरकार सड़क निर्माण में बड़ी तेजी से काम कर रही है। उन्होंने यह भी वादा किया कि 2029 तक बिहार का सड़क नेटवर्क अमेरिका के स्तर का होगा। गडकरी के अनुसार, राजमार्गों के विकास की गति इतनी तेज है कि अगले पांच वर्षों में इसका असर स्पष्ट रूप से नजर आएगा।इस तरह, बिहार की राजनीति और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में बड़े बदलावों की ओर इशारा हो रहा है।