जम्मू-कश्मीर : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के अखनूर में सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों के साथ वेटरन्स डे मनाया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कश्मीर और अन्य हिस्सों में बचे-खुचे मतभेदों को समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सराहना करते हुए कहा कि वह इस दिशा में कदम उठा रहे हैं। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता कश्मीर और अन्य क्षेत्रों के बीच अंतर को समाप्त करना है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कश्मीर उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इस पर अधिक विस्तार से कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि अखनूर में वेटरन्स डे समारोह का आयोजन यह साबित करता है कि हमारे दिलों में दिल्ली के साथ-साथ अखनूर और कश्मीर का भी विशेष स्थान है।9वें सशस्त्र बल वेटरन्स दिवस पर बोलते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पूर्व सैनिकों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और अपने भविष्य या जान की चिंता किए बिना बलिदान किया। उन्होंने यह भी कहा कि अब हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनकी सेवा करें और यह सुनिश्चित करें कि वे आराम से जीवन जी सकें। उमर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि उनकी सरकार पूरी कोशिश करेगी कि भर्ती में आरक्षण का पूरा फायदा मिले और पूर्व सैनिकों को सभी आवश्यक वित्तीय सहायता बिना किसी रुकावट के मिले।थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने 9वें सशस्त्र बल वेटरन्स दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि यह दिन विशेष है क्योंकि आज हमें उन सभी वीर सैनिकों को सम्मानित करने का अवसर मिला है जिन्होंने अपनी सेवाएं देश की सुरक्षा में दीं। उन्होंने बताया कि हमारा देश अब तेजी से विकसित भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, और इसके लिए हर नागरिक की प्रतिबद्धता आवश्यक है। जनरल द्विवेदी ने कहा कि राज्य सरकारें भी सेना की मान्यता को सक्रिय रूप से स्थापित करने के लिए कदम उठा रही हैं, जिससे पूर्व सैनिकों और राज्य सरकार दोनों के लिए लाभकारी स्थिति बने।
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