केरल : सन्निधानम में मकरविलक्कू उत्सव से पहले, केरल के पुलिस प्रमुख शेख दरवेश साहब ने सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने मीडिया को जानकारी दी कि कार्यक्रम के सुचारू संचालन के लिए 5,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है, जिनमें से 1,800 को सन्निधानम में तैनात किया गया है, और बाकी को पम्पा, निलक्कल, इडुक्की और कोट्टायम में नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही, राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की टीमों को भी सुरक्षा व्यवस्था के तहत तैनात किया गया है।’मकर ज्योति’ के दर्शन और फिर पहाड़ी से नीचे आने के लिए जरूरी सुविधाएं भी प्रदान की गई हैं। राज्य पुलिस, अग्निशमन एवं बचाव विभाग और एनडीआरएफ ने उन सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है, जहां भक्त ‘मकर ज्योति’ का दर्शन करने जाते हैं। मकरविलक्कू उत्सव के समापन के बाद भक्तों के जाने के लिए एक निकासी योजना भी तैयार की गई है। राज्य पुलिस प्रमुख ने बताया कि भीड़-भाड़ के दौरान निकासी योजना के तहत भक्तों को सुरक्षित रूप से पहाड़ी से नीचे उतरने की व्यवस्था की गई है।सन्निधानम के विशेष अधिकारी वी अजित ने बताया कि ‘मकर ज्योति’ के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मकर ज्योति का दर्शन केवल उन स्थानों से किया जा सकता है, जिन्हें मंदिर प्रशासन ने निर्धारित किया है। 13-14 जनवरी को केवल वर्चुअल कतार बुकिंग या स्पॉट बुकिंग वाले भक्तों को निलक्कल से पम्पा तक प्रवेश की अनुमति होगी। ‘दीपाराधना’ के दौरान तिरुमुत्तम में खड़े होने की अनुमति केवल विशेष पासधारियों को ही दी जाएगी।साथ ही, भक्तों को सन्निधानम में स्टोव, बड़े बर्तन और गैस स्टोव लेकर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। किसी भी हालत में श्रद्धालुओं को अस्थायी रूप से खाना पकाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पम्पा, सन्निधानम और आसपास के जंगलों तथा खुले क्षेत्रों में अस्थायी झोपड़ियों का निर्माण भी प्रतिबंधित रहेगा।
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