दिल्ली : में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। दिल्ली और एनसीआर की वायु गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार सुबह 7 बजे दिल्ली का एक्यूआई 349 रहा।दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में एक्यूआई 300 के ऊपर ही रहा। अलीपुर और बुराड़ी क्रॉसिंग में यह 351, डीटीयू में 377, और आईटीओ पर 328 दर्ज किया गया। कनॉट प्लेस, इंडिया गेट और आनंद विहार जैसे इलाकों में सुबह के समय धुंध की मोटी चादर छाई हुई थी, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई। प्रदूषण के इस बढ़ते स्तर से दिल्ली के लोग परेशान हैं और इसका समाधान जल्द से जल्द करने की मांग कर रहे हैं।इंडिया गेट पर साइकिल सवार एक व्यक्ति ने कहा कि प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि सांस लेना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने सरकार से इस समस्या को हल करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की। बुजुर्ग और दिहाड़ी मजदूरों के लिए यह स्थिति और भी कठिन हो गई है, क्योंकि वे इस माहौल में काम नहीं कर पा रहे हैं।एक पैदल यात्री ने सुझाव दिया कि सरकार को वाहनों को इलेक्ट्रिक बनाने की दिशा में काम करना चाहिए और पराली जलाने के लिए नई और बेहतर तकनीकों को अपनाना चाहिए। वहीं, स्कूल के एक छात्र ने कहा कि लोगों में जवाबदेही की कमी के कारण यह स्थिति और भी बिगड़ गई है। उन्होंने यह भी कहा कि धूल भी एक बड़ी समस्या है, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता।गौरतलब है कि एक्यूआई को 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘बहुत खराब’, और 401-500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है।इस समस्या को हल करने के लिए सरकार और जनता दोनों को मिलकर प्रयास करने होंगे।