जगाधरी : साढ़े तीन साल से अधर में लटकी यमुनानगर करनाल रेल लाइन परियोजना की विधानसभा चुनाव में नेताओं को याद आने लगी है। नेता अपने भाषण में भी इस परियोजना का जिक्र कर रहे हैं। वहीं, भाजपा ने इस परियोजना को अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया गया है। जबकि विपक्षी दल भी यह मुद्दा भुनाने लगे हैं।
साल 2021 में केंद्र व प्रदेश सरकार ने इस परियोजना को मंजूरी दी थी। वहीं, इस दौरान 2021 के बजट में केंद्र ने इसके कुछ राशि टोकन के रूप में रेलवे को जारी की थी। इच्छाशक्ति की कमी के चलते यह ठंडे बस्ते में रही। इसके बाद पिछले साल तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह योजना बस्ते से निकाली और प्रदेश के बजट में केंद्र सरकार व रेलवे के सहयोग परियोजना जल्द पूरी करने की बात कही थी।
एक बार फिर यह मात्र बजट व घोषणा तक सिमट कर रह गई। परियोजना को लेकर काम नहीं शुरू किया गया। परियोजना की घोषणा पर जिलावासियों ने खुशी मनाई थी। चूंकि इससे यमुनानगर दक्षिण-पश्चिमी हरियाणा से सीधे तौर पर जुड़ जाता और यमुनानगर के लिए साधन बढ़ जाते। यही नहीं जंक्शन बनने से यमुनानगर जगाधरी स्टेशन से विभिन्न राज्यों के लिए गाड़ियां भी चलाई जाने की उम्मीद थी।
परंतु इस परियोजना पर भी सरकार की ओर से बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया। वहीं, अब भाजपा ने इसे अपने घोषणा पत्र में शामिल किया गया है। हालांकि इससे लोग संतुष्ट नहीं है, लोगों का कहना है कि घोषणा के बाद अब परियोजना की याद आई है। केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद परियोजना को सिरे नहीं चढ़ाया गया और अब एक बार फिर लोगाें को इससे लुभाया जा रहा है।