लखनऊ : में कांग्रेस के विधानसभा घेराव के दौरान गोरखपुर के सहजनवां निवासी और कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय (28) की मौत का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद प्रभात के चाचा मनीष पांडेय ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं, कांग्रेस ने पुलिस पर बल प्रयोग का आरोप लगाया है, लेकिन पुलिस ने इसे खारिज करते हुए किसी भी तरह के बल प्रयोग से इनकार किया है।मामले में डॉक्टरों के पैनल ने देर रात शव का पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट में हार्ट और विसरा को सुरक्षित रखा गया है, जबकि मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। परिजन शव लेकर गोरखपुर चले गए हैं, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।प्रभात के चाचा मनीष, जो गोमतीनगर के विज्ञान खंड में रहते हैं, ने हुसैनगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। एफआईआर के अनुसार, प्रभात लखनऊ में एमिटी यूनिवर्सिटी के सामने स्थित एक पीजी में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। मनीष के अनुसार, 18 दिसंबर बुधवार को कांग्रेस कार्यालय से फोन आया कि उनके भतीजे दो घंटे से बेहोश पड़े हैं।मनीष ने तुरंत अपने परिचित संदीप को वहां भेजा। संदीप ने उन्हें फोन पर बताया कि प्रभात के हाथ-पैर ठंडे हो गए थे। संदीप के कहने पर कांग्रेस कार्यालय के कुछ लोग प्रभात को इनोवा गाड़ी से सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मनीष का कहना है कि प्रभात को किसी पूर्व बीमारी की जानकारी नहीं थी और वह कांग्रेस कार्यालय कैसे पहुंचे, इस बारे में परिजन अनभिज्ञ हैं।