यमुनानगर : जिले में हर साल कैंसर के नए मामले सामने आ रहे हैं, और अब तक 902 लोग इस बीमारी से ग्रस्त हैं, जिनमें से 510 मरीजों का इलाज चल रहा है। मुंह, गला, और पेट के कैंसर के मामलों की संख्या सबसे अधिक है, जबकि महिलाओं में ब्रेस्ट और गर्भाशय का कैंसर ज्यादा पाया जा रहा है। मरीजों को रेडियोथेरेपी के लिए अंबाला जाने की जरूरत होती है। स्वास्थ्य विभाग ने मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल में कैंसर मरीजों के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं, जहां एक कैंसर वार्ड भी बना है। कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन कुछ मरीज जो चौथी स्टेज में थे, अब भी सामान्य जीवन जी रहे हैं। यह बीमारी अधिकतर 50 से 60 साल के लोगों में पाई जाती है, लेकिन 30 साल से कम उम्र वाले भी इस चपेट में आ रहे हैं। बच्चों में भी इस बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं, जिनका इलाज पीजीआई चंडीगढ़ और अन्य अस्पतालों में चल रहा है। बीड़ी और शराब का सेवन करने वालों में कैंसर का खतरा ज्यादा होता है।स्वास्थ्य विभाग रेडियोथेरेपी मशीन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है और सरकार को इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा, कैंसर की स्टेज तीन और चार के मरीजों को सरकार द्वारा 3000 रुपये मासिक पेंशन दी जाती है, जिसे अब तक 169 लोग प्राप्त कर रहे हैं। कैंसर असामान्य कोशिकाओं की अत्यधिक वृद्धि के कारण होता है, जो ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। यदि शुरुआती लक्षणों में इसका इलाज किया जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है, क्योंकि कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो कोशिकाओं के परिवर्तन से बढ़ती रहती है और समय के साथ बढ़ सकती है।जिले में कैंसर विशेषज्ञ डॉ. आशुतोष की तैनाती 26 नवंबर 2019 को हुई थी, और वे हर महीने 35 से 40 मरीजों का इलाज करते हैं। इससे पहले मरीजों को इलाज के लिए पीजीआई जाना पड़ता था, जिससे आर्थिक समस्याएं होती थीं। अब यहां मरीजों का इलाज और जांच पूरी तरह से की जा रही है, और डे केयर सेवा से उन्हें फायदा हो रहा है, खासकर उन मरीजों को जिनके कीमोथैरेपी में कई घंटे लगते हैं।