मणिपुर : हाल ही में मणिपुर में बढ़ती हिंसा को देखते हुए केंद्र सरकार ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है। शुक्रवार को अर्धसैनिक बलों की 20 और कंपनियां राज्य में भेजी गईं। यह कदम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद उठाया गया। इससे पहले, 50 कंपनियों को पहले ही राज्य में भेजा जा चुका था। इस नई तैनाती में करीब 20,000 अतिरिक्त अर्धसैनिक जवान शामिल हैं।सुरक्षा समीक्षा बैठक में सेना, पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और आईटीबीपी के अधिकारी उपस्थित थे। मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने बताया कि सभी एजेंसियां मिलकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। बैठक में सभी जिलों के डीसी और एसपी के साथ सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई।पिछले 10 दिनों में, राज्य में कुल 90 कंपनियां (90,000 जवान) हिंसा पर नियंत्रण के लिए तैनात की गई हैं। 7 नवंबर को जिरीबाम जिले के ज़ैरॉन गांव में आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुईं। रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 अक्टूबर से 18 नवंबर के बीच मणिपुर में हिंसा के कम से कम 16 मामले सामने आए, जिनमें हत्या, आगजनी और गोलीबारी शामिल हैं। अकेले जिरीबाम में 7 से 18 नवंबर के बीच 20 लोगों की मौत हुई है।यह जातीय संघर्ष पिछले साल 3 मई से शुरू हुआ था, जिसमें इंफाल घाटी के मैतेई और पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले कुकी-ज़ो समुदायों के बीच झड़पें हुईं। इस संघर्ष में अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं।
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