जगाधरी : विधानसभा चुनाव में मतदान को लेकर लोगाें में उत्साह रहा। इसका असर सुबह बाजारों व सड़कों पर भी देखनों को मिला। समान्य दिनों में सुबह से देर शाम तक व्यस्त रहने वाले बाजार मतदान के चलते शनिवार को खाली नजर आए। यमुनानगर बाजार में सुबह से दोपहर तक अधिकांश दुकानें बंद रही। शहर की मुख्य सड़केव सार्वजनिक स्थान भी खाली नजर आए।जगाधरी शहर में नजारा इसके विपरीत देखने को मिला। जगाधरी में नियमित रूप से सुबह तमाम बाजारों में दुकानें खुली। बाजारों में लोगों की उपस्थित भी सामान्य दिनों की तरह दिखाई दी। त्योहारों के चलते बाजारों में रौनक रही। लोगों ने दुकानदारी के साथ राष्ट्रहित की अपनी जिम्मेदारी भी निभाई। यमुनानगर के तमाम बाजार दोपहर बाद खुले और शाम को रौनक देखने को मिली।
दिनों बाजारों में नवरात्र व दशहरा को लेकर काफी रौनक है। त्योहारों के इस मौके को दुकानदार छोड़ना नहीं चाहते हैं, ऐसे में मतदान के दिन भी जगाधरी में बाजार सामान्य रूप से खुले। वहीं, दूसरी तरफ रविवार को जगाधरी बाजार बंद रहता है। दुकानदार रामकुमार, रमेश, प्रदीप, आशीष, विकास ने बताया कि त्योहारों के दिन चल रहे हैं।
रविवार को जगाधरी बाजार बंद रहता है। शनिवार को भी दुकानें न खोलते तो दो दिन बाजार बंद होने से नुकसान होता। ऐसे में अधिकांश दुकानदार सुबह सात बजे ही मतदान करने पहुंच गए थे। अन्यों ने दुकान खोलने के बाद व्यवस्था अनुसार मतदान किया। इस दौरान दुकानों व प्रतिष्ठानों पर काम करने वाले कर्मचारियों को अवकाश दिया गया था।वहीं यमुनानगर के बाजार में अधिकांश दुकानें दोपहर में खुली। सुबह से दोपहर तक दुकानें बंद रही। दोपहर में भी संचालक ही दुकानें खोलने पहुंचे। दुकानदार संजय, यश, सौरभ, चेतन, ललित ने बताया कि मतदान लोकतंत्र का उत्सव है। जिसमें सभी की भागीदारी होना अनिवार्य है। ऐसे में व्यापारियों ने सुबह दुकानें न खोलकर परिवार के साथ मतदान किया। वहीं, दुकान पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी इसके लिए छुट्टी दी गई।