दिल्ली : गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और शहर भर में अर्धसैनिक बलों की 70 से अधिक कंपनियां और 70,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। केवल दिल्ली जिले में 15,000 सुरक्षाकर्मियों के साथ छह स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चेहरे की पहचान और ‘वीडियो एनालिटिक्स’ जैसी तकनीकों से लैस 2,500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, हवाई क्षेत्र में खतरे का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने के लिए चार किलोमीटर के दायरे में ड्रोन रोधी प्रणाली स्थापित की गई है। छतों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं और परेड मार्ग के आसपास की 200 से अधिक इमारतों को सील किया गया है। आवासीय इमारतों की खिड़कियों पर भी सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।शनिवार से विशेष रूप से मध्य दिल्ली में यातायात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल राज्य और केंद्रीय स्तर पर मिलकर काम कर रहे हैं। लगभग 15,000 सुरक्षाकर्मी कर्तव्य पथ और आसपास के अहम स्थानों पर तैनात किए गए हैं। सुरक्षा के लिए कमांडो, त्वरित प्रतिक्रिया दल, पीसीआर वैन, विध्वंस रोधी जांच और स्वाट टीम को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के तहत दिल्ली के विभिन्न जिलों को अलग-अलग क्षेत्रों में बांटकर सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।लापता व्यक्तियों के लिए बूथ, हेल्पडेस्क और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा, आगंतुकों के लिए निर्धारित स्थानों पर अपनी गाड़ियों की चाबियां जमा करने की व्यवस्था की गई है। गणतंत्र दिवस परेड विजय चौक से शुरू होकर लाल किले तक जाएगी, और इसके बाद इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय समर स्मारक पर समारोह आयोजित किया जाएगा। पुलिस के अनुसार, विजय चौक से इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ पर शनिवार शाम पांच बजे से परेड के खत्म होने तक वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। रफी मार्ग, जनपथ और मान सिंह रोड पर शनिवार रात 10 बजे से लेकर रविवार सुबह तक वाहनों की आवाजाही पर रोक होगी। मेट्रो सेवा पूरे दिन उपलब्ध रहेगी।
