दिल्ली : में आयोजित एक संवाद सत्र में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को युद्ध की बदलती प्रवृत्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अब तक युद्ध हमेशा इंसानों के बीच ही होता रहा है, लेकिन अब दुनिया एक ऐसे दौर में प्रवेश कर रही है जहां यह संघर्ष इंसान और मशीन के बीच भी हो सकता है और आगे चलकर मशीनों के बीच भी संभव है। उन्होंने मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान में यह बयान दिया। सीडीएस ने बताया कि हम ऐसे युग की ओर बढ़ रहे हैं, जहां स्वायत्त रूप से काम करने वाली मशीनें भी युद्ध का हिस्सा बन सकती हैं। भविष्य में, यह युद्ध मशीन बनाम मशीन का भी रूप ले सकता है, और यह बदलाव रोबोटिक्स के बढ़ते प्रभाव से संभव हो सकता है।