पश्चिम बंगाल : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को कहा कि वह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में बीआर आंबेडकर पर की गई टिप्पणी के खिलाफ पश्चिम बंगाल में अपने विरोध प्रदर्शन को और तेज करेगी। माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी ने अपने दो दिवसीय प्रदेश समिति की बैठक में पड़ोसी देश और अन्य स्थानों पर अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन को और बढ़ाने का निर्णय लिया है।उन्होंने कहा कि माकपा कार्यकर्ता और इसके प्रमुख संगठन शाह की टिप्पणियों के खिलाफ राज्यभर में प्रखंड स्तर पर विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। एक बयान में उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सामाजिक मोर्चों ने पहले ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है और इसे और तेज किया जाएगा।’’ सलीम ने यह भी कहा कि माकपा कार्यकर्ता बांग्लादेश की स्थिति का बहाना बनाकर लोगों को ध्रुवीकृत करने के निरंतर प्रयासों के खिलाफ भी अभियान चलाएंगे।उन्होंने यह भी जानकारी दी कि माकपा 12 जनवरी से ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की एक श्रृंखला शुरू करेगी। सलीम ने बताया कि माकपा नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि देने के लिए 23 जनवरी को ‘राष्ट्रीय देशभक्ति दिवस’ के रूप में मनाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखेगी, जो पश्चिम बंगाल में ‘‘अलोकतांत्रिक, तानाशाही, भ्रष्ट’’ शासन चला रही है।