महाराष्ट्र : झारखंड में विधानसभा चुनावों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच आज सुबह 8 बजे वोटों की गिनती शुरू हो गई। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को एक चरण में मतदान हुआ, जिसमें 66.05 प्रतिशत वोट डाले गए। शहरी इलाकों जैसे मुंबई में 52.65 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि गढ़चिरौली जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्रों में यह प्रतिशत 70 रहा। झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में चुनाव हुए, जिसमें 67.74 प्रतिशत मतदान हुआ, जो राज्य के गठन के बाद से सबसे अधिक है।सुबह 9 बजे तक प्रारंभिक रुझान आने की संभावना है, जिससे इन हाई-प्रोफाइल चुनावों के परिणामों की पहली झलक मिल सकेगी। हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन से उत्साहित भाजपा की नजर महाराष्ट्र और झारखंड में महत्वपूर्ण जीत पर है। महाराष्ट्र में भाजपा ने एनसीपी के अजित पवार गुट और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ गठबंधन किया है। वहीं, कांग्रेस और उनके इंडिया गठबंधन के सहयोगियों का उद्देश्य झारखंड में सत्ता बनाए रखना और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति से सत्ता छीनना है।इसके अलावा, 13 राज्यों में 48 विधानसभा उपचुनावों और दो महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्रों: महाराष्ट्र के नांदेड़ और केरल के वायनाड के परिणाम भी घोषित किए जाएंगे। वायनाड में कांग्रेस के लिए यह एक प्रतिष्ठा की लड़ाई है, जहां प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनावी करियर की शुरुआत हो रही है, क्योंकि उनके भाई राहुल गांधी ने पहले इस क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव जीता था और अब यह सीट खाली कर दी है।महाराष्ट्र में इस बार 2019 के विधानसभा चुनावों की तुलना में उम्मीदवारों की संख्या 28 प्रतिशत बढ़ी है। इस चुनाव में 4,136 उम्मीदवारों ने भाग लिया, जबकि 2019 में यह संख्या 3,239 थी, जिनमें से 2,086 निर्दलीय थे। 150 से अधिक सीटों पर बागी उम्मीदवार भी मैदान में थे, जिनमें महायुति और एमवीए के उम्मीदवार अपनी पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। झारखंड में, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बरहेट, उनकी पत्नी कल्पना ने गांडेय और भाजपा के अमर कुमार बाउरी ने चंदनकियारी से चुनाव लड़ा। कुल 1,211 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें भाजपा के बाबूलाल मरांडी और झामुमो के रवींद्रनाथ महतो जैसे प्रमुख नेता शामिल थे।