यमुनानगर : में पुलिस ने डकैती की साजिश रच रहे पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनमें एक पुलिस उप-निरीक्षक का पुत्र भी शामिल है। ये सभी एमएम ग्रुप के शूटर बताए जा रहे हैं। पकड़े गए आरोपियों में से एक पंजाब का निवासी है, जो पहले भी फायरिंग की घटना में शामिल था। एक नाबालिग पर पहले से डकैती के मामले दर्ज हैं। पुलिस अब इस गिरोह के सरगना की तलाश में छापेमारी कर रही है।सीआईए-1 प्रभारी केवल सिंह के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ अपराधी यमुनानगर में किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने देहरादून-पंचकुला हाईवे पर स्थित गूगलो गांव के पास जंगल क्षेत्र में एक घर पर छापा मारा। वहां से पंजाब के लुधियाना निवासी बलजीत उर्फ पंजाबी उर्फ जट्ट, अंबाला के मुलाना निवासी विकेश सैनी, साढ़ौरा निवासी गौतम उर्फ मट्टू, बराड़ा के गुरु अमन उर्फ मावी और बिलासपुर क्षेत्र के एक नाबालिग को गिरफ्तार किया गया।पुलिस ने उनके पास से दो पिस्टल, एक देसी तमंचा और लोहे के पाइप बरामद किए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे हाईवे से कार लूटने की योजना बना रहे थे, जिसका उपयोग बाद में बिलासपुर क्षेत्र में डकैती के लिए किया जाना था। वर्तमान में इस गिरोह को खारवन निवासी मनजोत उर्फ मुन्ना चला रहा है, जो पहले से कई आपराधिक मामलों में वांछित है।गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से बलजीत और विकेश सैनी को चार दिन की रिमांड पर लिया गया, जबकि बाकी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। नाबालिग का नाम एक साल पहले बिलासपुर के डाकघर में हुई डकैती और आढ़ती से रंगदारी के मामले में भी सामने आ चुका है। बलजीत का नाम हाल ही में पंजाब में हुई एक फायरिंग में भी आया था। विकेश सैनी के खिलाफ भी कई मामले दर्ज हैं। उनके पिता हरियाणा पुलिस में उप-निरीक्षक हैं और वर्तमान में अंबाला में तैनात हैं।