यमुनानगर : यमुना नदी में डूबने से दो सहेलियों की मृत्यु के बाद मंगलवार को उनके शवों का पोस्टमार्टम गमगीन माहौल में किया गया। पोस्टमार्टम के बाद, बूड़िया थाना पुलिस ने दोनों शवों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। शवों को एक ही पिकअप वाहन में कनालसी गांव भेजा गया। जैसे ही शव गांव पहुंचे, परिजन और ग्रामीण दुख के मारे रो पड़े। दोनों सहेलियों के घर एक दूसरे के पास होने के कारण शवों को एक ही स्थान पर रखा गया। इसके बाद, यमुना नदी के जिस घाट पर दोनों सहेलियां डूबी थीं, उसी के पास स्थित श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया।बूड़िया थाना क्षेत्र के कनालसी गांव की रहने वाली रूमा, आंचल और शीतल सोमवार को यमुना नदी के किनारे जंगल में लकड़ियां बीनने गई थीं। करीब 11 बजे, रूमा पानी पीने के लिए यमुना नदी के किनारे स्थित नल पर गई, तभी उसका पैर पत्थर से फिसल गया और वह नदी में गिर गई। रूमा ने शोर मचाया, तो आंचल उसे बचाने के लिए नदी में कूद पड़ी और उसे बचाने की कोशिश करने लगी। कुछ ही क्षणों में, आंचल और रूमा दोनों नदी में डूब गईं। यह देखकर शीतल ने गांव में पहुंचकर शोर मचाया और ग्रामीणों की मदद से दोनों युवतियों को गोताखोरों द्वारा गहरे पानी से निकाला गया। हालांकि, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।बूड़िया थाना प्रभारी नरसिंह ने बताया कि दोनों मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया और उनका अंतिम संस्कार यमुना नदी के किनारे बने श्मशान घाट में किया गया।