यमुनानगर : स्वास्थ्य विभाग ने मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल में सभी डॉक्टरों के केबिन में टोकन मशीनें लगवाई थीं, ताकि मरीजों को यह जानकारी मिल सके कि उनका नंबर कब आएगा। लेकिन अब अस्पताल के अधिकतर डॉक्टर इन मशीनों का उपयोग नहीं कर रहे हैं, जिससे मरीजों को परेशानी हो रही है। टोकन मशीनें न चलने के कारण मरीजों को यह नहीं पता चलता कि उनका नंबर कब आएगा। मरीजों का कहना है कि अधिकांश डॉक्टर जानबूझकर इन मशीनों को बंद कर रखते हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस स्थिति से अनजान हैं।मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल में हर रोज़ 1500 से ज्यादा मरीज ओपीडी में आते हैं, जिससे भीड़ बढ़ जाती है और मरीजों के बीच धक्का-मुक्की होती है। मरीजों की इस समस्या को हल करने के लिए डॉक्टरों के केबिन में टोकन मशीनें लगाई गई थीं। पहले, जब मरीज चेकअप के लिए आते थे, तो बाहर बैठे कर्मचारी पर्ची पर नंबर लिखते थे, और डॉक्टर के चेकअप के बाद टोकन नंबर मशीन पर डालते थे, जो डिस्प्ले पर दिखाई देता था। इससे मरीजों को पता चलता था कि उनका नंबर कब आएगा। हालांकि, अब अधिकांश डॉक्टर इन मशीनों का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। कई मशीनें महीनों से बंद पड़ी हैं। कुछ डॉक्टर तो अपने केबिन में बैठने के बजाय इधर-उधर बैठे रहते हैं, और मरीजों को नहीं पता होता कि वह कब चेकअप के लिए आएंगे। जब मरीज बाहर बैठे कर्मचारियों से पूछते हैं, तो उन्हें अक्सर यही जवाब मिलता है कि डॉक्टर राउंड पर हैं या बाथरूम गए हैं। इस दौरान मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। हालांकि, कुछ डॉक्टर हैं जिनके यहां टोकन मशीनें नियमित रूप से चल रही हैं।मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल की पीएमओ डॉ. नवजोत कौर का कहना है कि वे जांच करेंगी कि डॉक्टर टोकन मशीनों का उपयोग क्यों नहीं कर रहे हैं। यह मशीनें मरीजों की सुविधा के लिए लगाई गई थीं, और यदि कोई मशीन खराब है तो उसे जल्दी ठीक किया जाएगा।