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यमुनानगर नगर निगम कचरा उठाने पर 28.37 लाख रुपये खर्च करेगा।

यमुनानगर : नगर निगम ने शहर के सभी 22 वार्डों में एक माह के लिए विशेष सफाई अभियान शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए निगम अधिकारियों ने 28.37 लाख रुपये का खर्च अनुमानित किया है, और प्रशासनिक मंजूरी मिलने के बाद ई-निविदा जारी कर दी गई है। फर्मों और ठेकेदारों से निविदाएं 13 दिसंबर तक मांगी गई हैं।नगर निगम के पास कर्मचारियों और संसाधनों की कमी के कारण निगम अधिकारी 22 ट्रैक्टर-ट्रॉली और दो जेसीबी किराए पर लेने जा रहे हैं। इसके साथ ही, संबंधित फर्म से 66 हेल्पर्स भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और जेसीबी के चालकों, डीजल तथा रखरखाव का जिम्मा भी फर्म को सौंपा जाएगा।यह अभियान 25 नवंबर को मंत्री श्याम सिंह राणा की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया था। हालांकि, सफाई कर्मचारियों और संसाधनों की कमी के कारण इस अभियान को चलाना चुनौतीपूर्ण हो सकता था, इसलिए निगम ने 22 ट्रैक्टर-ट्रॉली और दो जेसीबी एक माह के लिए किराए पर लेने का खर्च तैयार किया। इसके साथ ही फर्म से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों, जेसीबी के चालक और रखरखाव सहित 66 हेल्पर्स देने की शर्त भी रखी गई। इस तरह कुल 28.37 लाख रुपये के खर्च का अनुमान है, जिस पर प्रशासनिक मंजूरी मिल चुकी है।नगर निगम ने डोर-टू-डोर कचरा उठान का कार्य एक फर्म को सौंपा है, लेकिन कई स्थानों पर खुले क्षेत्रों और खाली प्लॉटों में कचरे के ढेर दिखाई दे रहे हैं। साथ ही, स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 भी नजदीक है। इस साल, शहर की रैंकिंग 2023 में 51 पायदान नीचे गिरकर 221 रही, जबकि 2022 में यह 170 थी। इस बार निगम अधिकारी स्वच्छता रैंकिंग में सुधार करने के लिए प्रयासरत हैं। डोर-टू-डोर कचरा एकत्रित करने के लिए फर्म के 117 टिपर तैनात किए गए हैं, जिन्हें बढ़ाकर 127 करने का निर्देश निगमायुक्त ने दिए हैं। इसके अलावा, व्यावसायिक क्षेत्रों में शाम के समय कचरा उठाने और रात में सफाई करने की योजना भी बनाई गई है।

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