यमुनानगर : में इंस्पेक्टर की मां की हत्या के मामले में पुलिस को अब तक कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल पाए हैं। पुलिस की पूरी कोशिश अब फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट पर केंद्रित हो गई है। एसपी ने कहा कि रिपोर्ट के प्राप्त होने के बाद ही जांच आगे बढ़ाई जाएगी। सोमवार को हुई हत्या और लूट की घटना के संबंध में पुलिस ने कई पहलुओं पर जांच की है, लेकिन किसी भी दिशा में खास सफलता नहीं मिली। पुलिस को अब यह संदेह हो रहा है कि मामले में किसी अंदरूनी जानकार का हाथ हो सकता है, जिसके बाद फॉरेंसिक रिपोर्ट की अहमियत और बढ़ गई है।घटनास्थल पर पुलिस ने बारीकी से जांच की और कई नमूनों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा था। एसपी राजीव देसवाल ने बताया कि इस रिपोर्ट को जल्दी मंगवाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि आगे की जांच की प्रक्रिया शुरू की जा सके। पुलिस ने यमुनानगर, अंबाला, करनाल और पंचकूला जिलों की पुलिस को इस मामले में शामिल किया है, लेकिन हत्या के बारे में अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।पुलिस ने सभी संभावनाओं को खंगाला है, यहां तक कि संदिग्ध व्यक्तियों से भी पूछताछ की, लेकिन अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल सके। वारदात के चार दिन बाद भी पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। सोमवार को इंस्पेक्टर निर्मल सिंह के घर में घुसकर बदमाशों ने उनकी मां की हत्या कर दी थी और घर से 75 लाख रुपये तथा 23 तोले सोने के गहने भी लूट लिए थे। इसके बाद से पुलिस हत्या और लूट का खुलासा करने में लगी है। एसआईटी भी बनाई गई है और जांच के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया है।शुरुआत में पुलिस को एक संदिग्ध बाइक का फुटेज मिला था, जिसे ट्रेस करने की कोशिश की गई, लेकिन फिर कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई। जिस प्रकार से अपराध हुआ, उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसमें किसी जानकार का हाथ हो सकता है। पुलिस अब घटनास्थल के आसपास के मोबाइल फोन डेटा की जांच कर रही है, लेकिन इस दिशा में भी अब तक सफलता नहीं मिल पाई है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही मामले का खुलासा होगा।