यमुनानगर : शहर की तीन प्रमुख सड़कों के सुंदरीकरण की योजना, जो डेढ़ साल से चल रही है, अब तक धरातल पर लागू नहीं हो पाई है। नगर निगम के अधिकारी दिव्य नगर योजना के अंतर्गत इन सड़कों के लिए ई-निविदा प्रक्रिया शुरू करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन वास्तविक कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है।गोबिंदपुरी रोड की स्थिति सबसे खराब है, जहाँ गड्ढों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे वाहनों को चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। निवर्तमान पार्षदों ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।इस योजना के तहत नगर निगम को 7.19 करोड़ रुपये का बजट मिला है, जिसमें जिमखाना क्लब रोड के लिए 2.25 करोड़ रुपये, शहीद भगत सिंह चौक से महाराणा प्रताप चौक तक वर्कशॉप रोड के लिए 3.78 करोड़ रुपये और मधु चौक से कन्हैया साहिब चौक तक गोबिंदपुरी रोड के लिए 81 लाख रुपये शामिल हैं।यहां पर डेकोरेटिव लाइटें, फुटपाथ, वाहन पार्किंग और बेंच लगाने की योजना है। हालांकि, योजना का काम केवल कागजों पर ही चल रहा है। गोबिंदपुरी रोड, जो डेढ़ साल पहले 80 लाख रुपये की लागत से बनी थी, अब गड्ढों से भरी हुई है और इसकी स्थिति गंभीर है।इस स्थिति के मद्देनजर निवर्तमान पार्षद रामआसरा भारद्वाज और विनोद मरवाह ने आरोप लगाया कि सड़कों की मरम्मत के बजाय सुंदरीकरण पर 81 लाख रुपये खर्च करना सरकारी धन की बर्बादी है। जिमखाना क्लब रोड की स्थिति अपेक्षाकृत ठीक है, लेकिन जगाधरी वर्कशॉप रोड पर भी गड्ढे हैं, जिसके लिए पहले मरम्मत कार्य करना आवश्यक है।नगर निगम के आयुक्त आयुष सिन्हा ने कहा कि सड़कों की मरम्मत के लिए इंजीनियरिंग ब्रांच के अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे।