यमुनानगर : धान का उठान न होने से अनाज मंडियों में आढ़तियों ने हड़ताल शुरू कर दी थी। आपसी फूट से रविवार को आढ़तियों ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी। आढ़ती सोमवार से अनाज मंडियों में धान की खरीद करेंगे। आढ़तियों के इस निर्णय से किसानों को काफी राहत मिली है।खरीद न होने से किसानों ने खेतों में धान की कटाई को बंद कर दिया था। हड़ताल खत्म होने के बाद आढ़तियों की तरफ से किसानों को धान मंडियों में आने के मैसेज भेजे गए। जिसके बाद मंडियों में धान लेकर आए ट्रैक्टर-ट्रालियों की लंबी लाइन लग गई। मंडियों में शनिवार तक 34640 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है।बताया जा रहा है कि हड़ताल कर रहे आढ़तियों में फूट पड़ गई। धान की खरीद नहीं करने को लेकर आढ़ती एकमत नहीं थे। आधे आढ़ती हड़ताल के पक्ष में और बाकी खिलाफ थे। क्योंकि विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। प्रदेश में चुनाव के चलते आचार संहिता लगी हुई है। सरकार भी कार्यवाहक के रूप में काम कर रही है। इसलिए धान खरीद बंद करने से मांगें पूरी होने को लेकर असमंजस था।
इस पर कई मंडियों के आढ़ती हड़ताल का विरोध कर रहे थे। सरस्वतीनगर, साढौरा व रसूलपुर मंडियों के आढ़तियों ने साफ कह दिया था कि वह खरीद शुरू करेंगे। इसके लिए आढ़ती एसोसिएशन की तीनों मंडियों में आढ़तियों के साथ बैठक भी हुई, लेकिन सहमति नहीं बन पाई। सबसे पहले इन्हीं तीनों मंडियों के आढ़तियों ने धान की खरीद शुरू की। जिसके बाद अन्य मंडियों के आढ़तियों ने भी खरीद शुरू करने के लिए किसानों को मैसेज भेजने शुरू कर दिए।
रविवार को छुट्टी होने के कारण धान की खरीद नहीं हो सकी। आढ़तियों का मैसेज आने के बाद बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टरों में धान लेकर पहुंचे। इससे कांटों पर गेट पास बनवाने के लिए लंबी लाइन लग गई। इस दौरान ज्यादातर किसानों के गेट पास नहीं कटे। केवल रजिस्टर में ही किसानों की एंट्री की गई। इसमें यह भी लिखा गया कि वह कितनी धान लेकर आए हैं और कौन से आढ़ती के पास लेकर जा रहे हैं।अनाज मंडियां धान से अटीं, उठान नहीं अनाज मंडियों में अभी भी धान का उठान शुरू नहीं हो सका है। थोड़ा बहुत धान उठाया जा रहा है। उठान न होने से अनाज मंडियों में धान उतारने के लिए भी जगह नहीं बची है। मंडियों में शेड से लेकर सड़कों तक पर धान ही धान पड़ा है। उठान धीमा होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।खरीद न होने से किसानों का नुकसान : जगमाल सिंह आढ़ती एसोसिएशन यमुनानगर के जिला प्रधान जगमाल सिंह का कहना है कि हड़ताल कर रहे आढ़तियों के साथ बैठक की गई थी। जिसमें कुछ खरीद बंद करने के पक्ष में नहीं थे। वहीं खरीद बंद होने से सीधे तौर पर किसानों को ही नुकसान होता। क्योंकि धान पक चुका है। इसलिए हड़ताल खत्म कर दी है। सोमवार से धान की खरीद शुरू की जाएगी।