यमुनानगर : विधानसभा चुनाव के लिए जिले की चार सीटों पर शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं जिले के 40 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया जो अब आठ सितंबर को मतगणना के दिन चमकेगा। विश्लेषण करें तो छिटपुट घटनाओं को छोड़ कर तकरीबन मतदान शांतिपूर्ण रहा।साल 2019 में जहां 73 फीसदी मतदान हुआ था। वहीं शाम सात बजे के आंकड़ों के मुताबिक जिले में 74.1 फीसदी मतदान हुआ। मतदान को लेकर हर कोई उत्साह के साथ मतदान केंद्र तक पहुंचा। जिन लोगों को चलने फिरने में दिक्कत हो रही थी, उनका सीआईएसएफ के जवान सहारा बने। जिले के 979 बूथों पर पुलिस के अलावा सीआईएसएफ के जवानों की तैनाती रही। उपर ईवीएम मशीन चलते-चलते अचानक सुबह 7.40 बजे बंद हो गई। करीब आधा घंटा तक मतदान प्रभावित रहा। बाद में ईवीएम की बैटरियों को बदल कर मतदान शुरू कराया गया। हालांकि मतदान खत्म होने की प्रक्रिया शाम छह बजे था, लेकिन इसके बाद भी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लाइन लगी रही। उधर, मतदान की प्रक्रिया खत्म होने के बाद पोलिंग पार्टियों ने अपनी-अपनी ईवीएम यमुनानगर की आईटीआई में बने स्ट्रांग रूम में जमा कराई।जिला निर्वाचन अधिकारी व डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि जिले यमुनानगर में 7 बजे तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 74.1 प्रतिशत मतदान हुआ है। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र साढौरा में 78.5 प्रतिशत मतदान, जगाधरी में 78.2 प्रतिशत मतदान, यमुनानगर में 67.1 प्रतिशत मतदान तथा रादौर में 72.9 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने बताया कि लोगों ने मतदान के प्रति जोश दिखाया। एक ओर जहां बुजुर्गों ने मतदान किया वही दूसरी ओर महिलाओं व युवाओं ने भी पूरे जोश में मतदान किया।पहले धीमा फिर पकड़ी मतदान ने रफ्तार चारों विस सीट पर मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया था। सुबह नौ बजे की रिपोर्ट में सबसे कम रादौर और जगाधरी में मतदान की प्रक्रिया धीमी रही। ऐसे में मतदान केंद्रों पर कर्मचारी भी खाली बैठे रहे। उसके बाद सुबह 11 बजे चारों विस सीट पर मतदान ने कुछ रफ्तार पकड़ी जोकि 25.56 प्रतिशत हुआ। देखते ही देखते दोपहर एक बजे मतदान 42.08 फीसदी, दोपहर तीन बजे 56.79 और शाम पांच बजे 67.93 फीसदी मतदान हुआ।