चेन्नई में अब भी बाढ़ लगातार तीसरे दिन कई क्षेत्रों में बिजली नहीं सैकड़ों लोग राहत शिविरों में

चेन्नई के कोलाथुर में एक दुकान के मालिक राजाराम ने कहा कि 30 से अधिक दुकानों में पानी घुस गया है।

चेन्नई में अब भी बाढ़  लगातार तीसरे दिन कई क्षेत्रों में बिजली नहीं सैकड़ों लोग राहत शिविरों में

चेन्नई :  चक्रवात मिचौंग के बाद से जूझ रहा है। स्थानीय लोगों को बुधवार को शहर और पड़ोसी इलाकों के कई हिस्सों में जलभराव और बिजली व्यवधान से जूझना पड़ा। तमिलनाडु सरकार ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में "एहतियाती उपाय" के रूप में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की गई है क्योंकि केबल पानी में डूबे हुए हैं और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। चक्रवात के कारण हुई भारी बारिश के कारण वेलाचेरी और तांबरम सहित इलाकों में बाढ़ आ गई थी। बुधवार को, लोगों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित क्षेत्रों में, अपने बच्चों को लेकर और रुके हुए पानी से गुजरते देखा गया।

चेन्नई के कोलाथुर में एक दुकान के मालिक राजाराम ने कहा कि 30 से अधिक दुकानों में पानी घुस गया है। उन्होंने कहा, "पिछले दो दिनों से बिजली की आपूर्ति नहीं है। चीन से आयातित 1,000 से अधिक मछलियां मर गई हैं। इससे हमें लगभग 3-5 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।" इस समय एक राहत शिविर में मौजूद व्यक्ति ने कहा कि प्रशासन बुनियादी ज़रूरतें मुहैया करा रहा है। लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए और अधिक नौकाएं भेजने सहित अन्य मदद के लिए गुहार लगायी। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने बारिश से प्रभावित कई इलाकों का दौरा किया और शहर के एक राहत केंद्र में आश्रय ले रहे लोगों को भोजन और आवश्यक सामग्री वितरित कीं। उन्होंने शहर के स्थानीय निकाय द्वारा जल निकासी के लिए किये जा रहे प्रयासों का भी जायजा लिया। उन्होंने केंद्र को पत्र लिखकर हालात से निपटने के लिए 5,060 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत राशि जारी करने मांग की है। 

ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने बचाव और राहत कार्यों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये हैं। शहर की पुलिस ने बुधवार को बताया था कि बारिश से संबंधित घटनाओं में छह लोगों की मौत की सूचना मिली है जबकि शहर के विभिन्न इलाकों में पुलिस ने कई लोगों को सुरक्षित निकाला है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि जिन लोगों को बचाया गया उनमें वरिष्ठ नागरिक, गर्भवती महिलाएं और एक महिला तथा उसका नवजात शिशु भी शामिल हैं। हवाई अड्डे पर विमानों के संचालन में कोई रुकावट नहीं आयी, जबकि दक्षिण रेलवे ने कई रेल सेवाओं को रद्द करने और कई के मार्ग में परिवर्तन करने की घोषणा की।