गुजरात का एहसान कभी भी भूल नहीं सकता: मोदी

श्री माेदी ने गुजरात के सुरेंद्रनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुये कहा कि इतनी बड़ी संख्या में माताओं-बहनों ने खड़े होकर आशीर्वाद दिया, वह उन सबके प्रति सिर नवांकर आभारी हैं।

गुजरात का एहसान कभी भी भूल नहीं सकता: मोदी

सुरेंद्रनगर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को सुरेंद्रनगर में कहा कि गुजरात जिस तरह से उन पर प्रेम बरसा रहा है, इसका वह एहसान कभी भी भूल नहीं सकते। श्री माेदी ने गुजरात के सुरेंद्रनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुये कहा कि इतनी बड़ी संख्या में माताओं-बहनों ने खड़े होकर आशीर्वाद दिया, वह उन सबके प्रति सिर नवांकर आभारी हैं। दो दिन से जिस तरह से गुजरात उन पर प्रेम बरसा रहा है। वह गुजरात का ऋण कभी भी भूल नहीं सकते। उनकी शासकीय कार्य कीर्ति सौराष्ट्र से शुरू हुई। उन्हें पहली बार विधायक सौराष्ट्र ने बनाया। इस गुजरात ने उन्हें इतना पक्का गढ़ा है कि वह कहीं कच्चा पड़ते ही नहीं। लोगों का सिर ऊंचा हो, लोगों की छाती 56 इंच की हो जाये, ऐसा उन्होंने किया है। इसका कारण लोगों के आशीर्वाद और प्रेम हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम छोटा सोचते ही नहीं, छोटा करते ही नहीं, स्टेचू बनाया तो दुनिया में बड़े से बड़ा, स्टेडियम बनाया तो दुनिया में बड़े से बड़ा, मतलब कच्चा कुछ करना ही नहीं। अब विकसित भारत के 25 वर्ष का लक्ष लेकर हम निकले हैं। जब भारत की आजादी के सौ वर्ष हो जायें, तो हिंदुस्तान दुनिया में विकसित देश होना चाहिये और भारत दुनिया में विकसित देश हो, उसका अर्थ अपने गुजरात को तो पांच वर्ष पहले विकसित होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इसका मतलब भूपेन्द्रभाई के नेतृत्व में हमें तेज गति से विकसित गुजरात विकसित भारत के लिये बनाना है।

उन्होंने कहा, “उसके लिये चाहे दिल्ली हो या गांधीनगर हम साथ मिलकर 140 करोड़ देशवासियों के सपने पूरा करेंगे, लेकिन उसके लिये उन्हें हमेशा मजबूत करना ही पड़ेगा। विकसित भारत, विकसित गुजरात बनाना हो, उनके घर का पुत्र दिल्ली में बैठा हो, उसको मजबूत करने की जवाबदारी घर वालों की है, आप सभी मेरे परिवारजनों की तरह हैं। अब 26 की 26 सीटें आप दो, वो तो बराबर है। आपने 2014 और 2019 में भी दी हैं, लेकिन इस बार तो मुझे कुछ ज्यादा चाहिये। उसके लिये मेहनत करनी पड़ेगी। सात मई तक पांव मोड़कर बैठना ही नहीं है। ”

श्री मोदी ने कहा,“ मुझे आपके पास से दो चीज चाहिये। अभी मैंने कहा भी नहीं और आपने हां कह दिया। आपको बड़ा विश्वास है मुझ पर। एक मतदान के जितने भी रिकॉर्ड हों, आपके गांव में, आपके बूथ में वो सभी रिकॉर्ड टूटने चाहिये। उससे ज्यादा मतदान होना चाहिये। उन्होंने कहा उसका एक रास्ता बताता हूं। दस बजे से पहले हरेक बूथ में 25 से 30 लोग मतदान थाली बजाते बजाते गीत गाते-गाते जैसे प्रभात फेरी में गाते हैं, ऐसे मतदान केन्द्र पर जाएं, बूथ में लोकशाही का उत्सव मनाया जाये और 10 बजे तक एसे 30 जुलूस निकलें, हरेक में 30 मतदार हों और जाकर मतदान करें। तब आप देख लेना मतदान के रिकॉर्ड टूट ही जायेंगे। दूसरा काम है, हमें इस समय सभी पोलिंग बूथ जीतने हैं। एक भी पोलिंग बूथ हारना ही नहीं। एक भी बूथ में भाजपा का झंडा झुकना नहीं चाहिये। वैसे तो मुझे गुजरात पर एसा भरोसा है कि वह पीछे हट ही नहीं सकता।”