पीजीआई चौकी ने 15 दिनों से गायब व्यक्ति को ढूंढा

पीजीआई के मनोचिकित्सक विभाग से गायब हो गए थे जम्मू कश्मीर के रहने वाले रमेश, लुधियाना में मिले

पीजीआई चौकी ने 15 दिनों से गायब व्यक्ति को ढूंढा
चंडीगढ़ : यूटी सेंट्रल डिविजन की पीजीआई चौकी पुलिस को उस वक्त एक बड़ी सफ़लता मिली, जब पुलिस ने पीजीआई में इलाज के लिए आए व्यक्ति को 15 दिन बाद ढूंढ निकाला। पुलिस ने शख्स को सकुशल परिजनों को सौप दिया, जिसकी पहचान जम्मू कश्मीर के रहने वाले 53 वर्षीय रमेश के रुप हुई। जानकारी के मुताबिक पता चला है कि सितंबर महीने के पहले सप्ताह में रमेश अपने परिवार के साथ इलाज के लिए पीजीआई के मनोचिकित्सक विभाग में आया था और अचानक से गायब हो गया था। परिवार वालों ने जिसकी जानकारी तुरंत पीजीआई चौकी को दी थी। पीजीआई चौकी ने मामले में कार्रवाई करते हुए 4 सितंबर को मामले में डीडीआर दर्ज कर ली। वही पुलिस को रविवार सुबह किसी ने फेजबुक पर गायब हुए व्यक्ति की पोस्ट डाली और पुलिस तुरंत हरकत में आकर पीजीआई चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर चंद्रमुखी और उनकी टीम में शामिल कॉन्स्टेबल अनिल कुमार तुरंत गायब हुए व्यक्ति को काफ़ी मशक्कत करने के बाद लुधियाना के आसपास पास से ढूंढ निकाला और पुलिस ने तुरंत मामले की जानकारी परिजनों को दी। परिजनों ने गायब हुए रमेश को पहचान लिया । वही पुलिस ने तुरन्त गायब हुए व्यक्ति के बारे में परिजनों को सूचित कर रविवार शाम के समय उन्हें सौप दिया। पीजीआई चौकी का सराहनीय कार्य है।
सब इंस्पेक्टर चंद्रमुखी ने किए हैं ऐसे कई सराहनीय कार्य
तेजतर्रार पुलिस अधिकारी एसआई चंद्रमुखी हमेशा से इस तरह के सराहनीय करती रहीं हैं। सुरक्षा और समाज हित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस  पर  प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। एसआई चंद्रमुखी को उनके अच्छे कार्यों के लिए इसके अलावा भी अनेकों बार सम्मानित किया जा चुका है। एसआई चंद्रमुखी को पुलिस मेडल भी प्राप्त हुआ है। विशिष्ट और सराहनीय सेवाओं के लिए गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर एसआई चंद्रमुखी को एडमिनिस्ट्रेटर पुलिस मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका है। चंद्रमुखी ने चंडीगढ़ पुलिस में सेवा के दौरान कई ऐसे कार्य किए हैं जिनसे पुलिस और चंडीगढ़ प्रशासन गौरवान्वित हुआ है। चंद्रमुखी अपनी ड्यूटी को सदैव ही सेवा और समर्पण के साथ निभाती रहीं हैं। इस समय चंद्रमुखी पीजीआई पोस्ट चंडीगढ़ चौकी इंचार्ज के रूप में काम कर रही हैं। वर्ष 2000 में पुलिस में भर्ती होने के बाद 2007 में एसआई बनीं चंद्रमुखी ट्रिपल एमए के साथ एमफिल हैं। उन्होंने पुलिस सेवा के दौरान रेप से संबंधित कई वारदातों की जांच करते हुए अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम किया है।