कश्मीर मुठभेड़ में कर्नल समेत तीन अधिकारी शहीद

इस मुठभेड़ के दौरान अभी तक किसी आतंकवादी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है

कश्मीर मुठभेड़ में कर्नल समेत तीन अधिकारी शहीद

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में तीन वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी -एक कर्नल व एक मेजर और एक पुलिस उपाधीक्षक शहीद हो गए। यह इस साल कश्मीर में सुरक्षा बलों को लगा सबसे बड़ा झटका और नुकसान है। अधिकारियों ने कहा कि सेना की विशिष्ट आतंकवाद विरोधी इकाई 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर सहित तीन सुरक्षा अधिकारी कोकेरनाग के गडोले इलाके में एक मुठभेड़ के दौरान घायल हो गए। उस दौरान उस क्षेत्र में सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमें घेराबंदी और तलाश अभियान (कासो) कर रही थीं। अधिकारियों ने कहा, ‘जैसे ही घेराबंदी की जा रही थी, आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें तीन अधिकारी घायल हो गए। घायल अधिकारियों ने बाद में दम तोड़ दिया।’

इस मुठभेड़ के दौरान अभी तक किसी आतंकवादी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। अधिकारियों ने शहीद अधिकारियों की पहचान कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक और पुलिस उपाधीक्षक हिमन्युन भट के रूप में की है। कर्नल मनप्रीत को 2021 में 19 आरआर 12 सिखली के सेना पदक से सम्मानित किया गया था। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और 15 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, जो कश्मीर में सबसे वरिष्ठ भारतीय सेना अधिकारी हैं, सहित शीर्ष पुलिस और सेना अधिकारी आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन की निगरानी के लिए कोकेरनाग क्षेत्र में पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों को खदेडऩे के लिए अतिरिक्त बलों को इलाके में तैनात किया गया है। प्रतिबंधित रेजिस्टेंस फ्रंट, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का छाया समूह माना जाता है, ने इस मुठभेड़ की जिम्मेदारी ली है। पिछले 24 घंटे में यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले जम्मू के राजौरी जिले में भीषण मुठभेड़ के दौरान एक जवान शहीद हो गया था और सुरक्षा बल के तीन जवान घायल हो गए थे। पुलिस ने कहा कि राजौरी मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए। तीन अधिकारियों के शहीद होने की मुख्यधारा की पार्टियों ने व्यापक निंदा की है।