प्राकृतिक खेती पर हुआ एक दिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन

स्वस्थ जीवन के लिए सभी किसान प्राकृतिक खेती की तरफ करें रूख - डॉ० विवेक

प्राकृतिक खेती पर हुआ एक दिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन
सोनीपत । आजादी का अमृत महोत्सव की श्रंखला में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को जागरूक करने के लिए चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के अधीनस्थ जिला कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा गांव खेड़ी दमकन में एक दिवसीय किसान गोष्ठïी का आयोजन किया गया, जिसमें गांव के किसानों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र से डॉ० विवेक सिंह ने कहा कि कुछ किसान प्राकृतिक तरीके से गेहूं, धान, गन्ना के साथ मोटे अनाज जैसे बाजरा, मक्का आदि को प्राकृतिक तरीके से कर रहे हैं, जिससे वे अधिक मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने सभी किसानों को स्वस्थ जीवन के लिए प्राकृतिक खेती की तरफ रूख करने का आह्वान किया । उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा जीवाणु संख्या में बढ़ोतरी कर भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाया जा सकता है । प्राकृतिक खेती करने किसानों को हरियाणा सरकार द्वारा देसी गाय खरीदने के लिये 25 हजार रुपये और 4 ड्रामों को खरीदने के लिये 03 हजार रुपये दिये जा रहे है।
कृषि विज्ञान केन्द्र से विशेषज्ञ डॉ० दिलबाग सिंह ने किसानों को जीवामृत कैसे बनाया जाता है और इसका उपयोग कैसे किया जाता है इस बारे में पूर्ण जानकारी दी। इसके अलावा डॉ० राजेन्द्र ङ्क्षसह व डॉ० रामकुमार ने किसानों को बताया कि प्राकृतिक खेती की सुरूवात थोड़े क्षेत्र से पूरी तरह जानकारी लेकर ही करें। उन्होंने कहा ही किसानो प्राकृतिक खेती करने के लिये अपने मित्रों कीटों की पहचान करके उनका संरक्षण करना होगा। अपने खेतों में मित्र कीट केंचुआ जो सुसप्त अवस्था मे चला गया है उसको आपके खेतो का प्राकृतिक माहौल बनाकर उनको खाद बनाने तथा भूमि की सेहत को ठीक करने के लिये तैयार किया जा सकता है। इस गोष्ठïी कार्यक्रम में 150 से अधिक महिला व पुरूष किसानों ने भाग लिया, जिनमें से 03 किसानों व महिलाओं को सम्मानित किया गया।