काम के दबाव से निपटना विषय पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन

यहां तक ​​कि, अगर हम अपने काम का आनंद लेते हैं, तब भी काम तनावपूर्ण हो सकता है। ऑफिस की राजनीति, टारगेट डेडलाइन, सहकर्मियों के व्यवहार, परिवार से जुड़े मुद्दों आदि के कारण हम तनाव महसूस कर सकते हैं। अत्यधिक काम का तनाव शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बुरा साबित हो सकता है। इसलिए, इस प्रासंगिक मुद्दे को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण एवं रोजगार प्रकोष्ठ और वाणिज्य विभाग ने छात्रों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए इस विषय पर एक विशेषज्ञ वार्ता आयोजित करने की पहल की

काम के दबाव से निपटना विषय पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन
यमुना नगर- गुरु नानक खालसा कॉलेज, यमुना नगर के प्रशिक्षण एवं रोजगार प्रकोष्ठ और वाणिज्य विभाग ने "अपने जॉब प्रोफाइल में काम के दबाव से निपटना" विषय पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया।
हम सभी किसी न किसी समय काम से संबंधित तनाव का अनुभव करते हैं।  यहां तक ​​कि, अगर हम अपने काम का आनंद लेते हैं, तब भी काम तनावपूर्ण हो सकता है।  ऑफिस की राजनीति, टारगेट डेडलाइन, सहकर्मियों के व्यवहार, परिवार से जुड़े मुद्दों आदि के कारण हम तनाव महसूस कर सकते हैं। अत्यधिक काम का तनाव शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बुरा साबित हो सकता है।  इसलिए, इस प्रासंगिक मुद्दे को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण एवं रोजगार प्रकोष्ठ और वाणिज्य विभाग ने छात्रों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए इस विषय पर एक विशेषज्ञ वार्ता आयोजित करने की पहल की।
इस विशेषज्ञ वार्ता के पीछे प्रेरणा स्रोत कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. हरिंदर सिंह कंग थे जिन्होंने इस विषय के महत्व को पहचाना और इस विशेषज्ञ वार्ता के आयोजन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए।  गुरु नानक खालसा कॉलेज के योग्य प्रबंधन की ओर से वाणिज्य विभाग के प्रमुख डॉ. संजय अरोड़ा ने वक्ता का स्वागत किया।  वाणिज्य विभाग की डीन डॉ. जसविंदर कौर ने वक्ता का परिचय दर्शकों से कराया।  इस विशेषज्ञ वार्ता का विषय वाणिज्य विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अशोक खुराना ने प्रस्तुत किया।  डॉ. राजिंदर सिंह वोहरा, प्रमुख प्रशिक्षण और रोजगार प्रकोष्ठ ने कॉलेज की प्रशिक्षण और रोजगार संबंधी गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
 इस विशेषज्ञ वार्ता की वक्ता डॉ. प्रभजोत कौर, सहायक प्रोफेसर, खाद्य एवं पोषण विभाग, गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज यमुनानगर थीं।  अपने व्याख्यान में वक्ता ने छात्रों को काम के दबाव के कारणों और स्वास्थ्य और जीवन पर इसके प्रभाव के बारे में स्पष्ट किया।  वक्ता ने कहा कि तनावपूर्ण कार्य वातावरण के परिणामस्वरूप चिंता, अनिद्रा, उच्च रक्तचाप और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली हो सकती है।  इसके अलावा, वक्ता ने छात्रों को काम से संबंधित तनाव से निपटने के टिप्स दिए।  उन्होंने सलाह दी कि फास्ट फूड या अल्कोहल के साथ तनाव कम करने की कोशिश करने के बजाय, स्वस्थ विकल्प बनाने की पूरी कोशिश करें और तनाव से राहत देने वाले व्यायाम करें।
सरदार रणदीप सिंह जौहर, अध्यक्ष, शासी निकाय, गुरु नानक खालसा कॉलेज, यमुना नगर ने इस विशेषज्ञ वार्ता के लिए आयोजन टीम की सराहना की है।  डॉ. राजिंदर सिंह वोहरा, प्रमुख, प्रशिक्षण एवं रोजगार प्रकोष्ठ ने गुरु नानक खालसा कॉलेज, यमुना नगर के योग्य प्रबंधन की ओर से स्पीकर को औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव दिया।  उन्होंने कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हरिंदर सिंह कंग को उनके अथक प्रयासों और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया।