स्वच्छ जल के साथ मनों का भी स्वच्छ होना अत्यंत आवश्यक

निरंकारी सेवादारों ने यमुना नहर किनारे साफ कर निकाली कई टन गंदगी, अमृत परियोजना स्वच्छ जल स्वच्छ मन के तहत बुड़िया में चलाया स्वच्छता अभियान, मेयर ने किया शुभारंभ

स्वच्छ जल के साथ मनों का भी स्वच्छ होना अत्यंत आवश्यक

जगाधरी। आजादी के 75वें ‘अमृत महोत्सव’ के तहत संत निरंकारी मिशन द्वारा अमृत परियोजना "स्वच्छ जल स्वच्छ मन" के अंतर्गत देश के 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 730 शहरों में 1100 से अधिक स्थानों पर रविवार को विशाल स्वच्छता अभियान चलाया गया। जिसके तहत देश की नदियों व नहरों के किनारों और घाटों की निरंकारी सेवादारों द्वारा सफाई की गई। इसी के तहत संत निरंकारी मिशन ब्रांच बुड़िया के सेवादारों ने पश्चिमी यमुना नहर बुड़िया पुल व श्री राम मंदिर घाट की गहनता से सफाई की।

मुख्य अतिथि मेयर मदन चौहान ने सफाई अभियान का शुभारंभ किया। ब्रांच मुखी महात्मा अश्विनी व सेवादल संचालक बालकिशन ने उनका पुष्प गुच्छ देकर व फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान निरंकारी श्रद्धालुओं व सेवादारों ने नहर के अंदर से पॉलिथीन, प्लास्टिक की बोतलें, कपड़े व अन्य गंदगी को साफ किया। मुख्य अतिथि मेयर चौहान ने निरंकारी मिशन द्वारा चलाए गए इस अभियान की सराहना की और उन्हें हर माह बुड़िया क्षेत्र में सफाई अभियान चलाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के दिव्य निर्देशन में ‘अमृत परियोजना’ का आयोजन हुआ। जल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि परमात्मा ने हमे यह जो अमृत रूपी जल दिया है तो हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम सब उसकी उसी तरह संभाल करे। स्वच्छ जल के साथ साथ मनों का भी स्वच्छ होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इसी भाव के साथ हम संतो वाला जीवन जीते हुए सभी के लिए परोपकार का ही कार्य करते है।