खालिस्तान समर्थक सिमरनजीत सिंह के खिलाफ हुई बड़ी कार्रवाई

एनकाउंटर की शंका जताने पर ट्विटर अकाउंट हुआ सस्पेंड

खालिस्तान समर्थक सिमरनजीत सिंह के खिलाफ हुई बड़ी कार्रवाई

नई दिल्ली - केंद्र सरकार ने पंजाब में जारी वारिस पंजाब दे संगठन के चीफ अमृतपाल सिंह के खिलाफ हो रही कार्रवाई पर पूरी नजर रखी हुई है। इस मामले में किसी भी तरह की गलत बयान बाजी को रोकने के लिए इलाके में इंटरनेट सर्विस भी निलंबित की गई है। इसी बीच प्रशासन ने एक सांसद के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करते हुए उनका ट्विटर अकाउंट सस्पेंड किया है। संगरूर से सांसद और खालिस्तान के समर्थक सिमरनजीत सिंह मान का ट्विटर अकाउंट भारत में सस्पेंड कर दिया गया है। सिमरनजीत सिंह अपने ट्विटर अकाउंट से कई भ्रामक पोस्ट कर रहे थे। उन्होंने आशंका जताई थी कि कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का एनकाउंटर हो सकता है। उनके इस कदम के बाद उनका अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि उनकी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) का ट्विटर अकाउंट अब तक चल रहा है। उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान ने भी कहा था कि अमृतपाल का एनकाउंटर किए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा था कि अगर अमृतपाल को पकडऩे के बाद उसे कोर्ट में पेश नहीं किया जाएगा तो हम ये समझेंगे कि उसका एनकाउंटर हो गया है। उन्होंने सरकार से अपील की कि सिखों के बीच एक बड़ा मुद्दा बनें ऐसा कोई काम ना किया जाए। बता दें कि खालिस्तान समर्थक सिमरनजीत सिंह शुरू से ही अमृतपाल सिंह का खुले तौर पर समर्थन करते आए हैं।

अमृतपाल सिंह का किया बचाव

एक तरफ पूरे पंजाब में अमृतपाल सिंह को ढूंढने की कवायद जारी है। इसी बीच सिमरनजीत सिंह ने दावा किया है कि अमृतपाल ने कानून के खिलाफ कुछ नहीं किया है। पंजाब पुलिस द्वारा अमृतपाल के खिलाफ जारी कार्रवाई को लेकर उन्होंने कहा कि उसे फंसाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि अमृतपाल ने सिर्फ अपने समर्थक लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग की थी। इसी मांग को लेकर अजनाला थाने में हंगामा किया गया था, जिसके बाद पुलिस वालों को भी अपनी जान बचाकर भागना पड़ा था। हालांकि इस हंगामे और हमले के बाद अजनाला पुलिस थाने से लवप्रीत को रिहा कर दिया गया था।

विवादों से रहा है नाता

सिमरनजीत सिंह पहली बार चर्चा में नहीं आए है। खालिस्तानी समर्थक नेता ने वर्ष 2022 में संगरूर सीट से उपचुनाव जीतकर लोकसभा में प्रवेश किया था। वो तीसरी बार सांसद चुने गए है। अमृतपाल का समर्थन करने से पहले उन्होंने एक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह आतंकवादी है। इसके पीछे तर्क देते हुए उन्होने इसका कारण भी बताया था। सिमरनजीत सिंह खुले तौर पर भिंडरावाले का समर्थन भी कर चुके है।