भाजपा मनोहर सरकार निर्यातकों के द्वार कार्यक्रम यमुना नगर में सम्पन्न - चेयरमैन अनुराग बख्शी

बक्शी ने बताया की सभी जिलों में निर्यातकों ने अपनी समस्याएं, और प्रदेश से निर्यात बढ़ाने हेतु अपने सुझाव और सरकार से अपनी उम्मीदें भी साझा की।

भाजपा मनोहर सरकार निर्यातकों के द्वार कार्यक्रम यमुना नगर में सम्पन्न - चेयरमैन अनुराग बख्शी

यमुनानगर- हरियाणा के यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में चल रही हरियाणा सरकार ने प्रदेश में निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विदेश सहयोग विभाग और हरियाणा एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का गठन किया है। काउंसिल ने प्रदेश के सभी जिलों में निर्यात के इच्छुक और मौजूदा निर्यातकों की भागीदारी को अधिकतम करने के लिए 15 दिसम्बर से एक विशेष अभियान शुरू किया जिसे आज तक 16 जिलों में पूरा कर लिया गया है। 

इसी शृंखला में एक कार्यक्रम आज यमुना नगर स्थित ग्रे पेलिकन टुरिस्ट रिज़ॉर्ट में सम्पन्न हुआ।इस अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए काउंसिल के चेयरमैन अनुराग बख्शी ने बताया की इस श्रृंखला में पहला कार्यक्रम 15 दिसम्बर को गुरुग्राम में हुआ और उसके बाद लगातार फ़रीदाबाद, पानीपत, रोहतक, बहादुरगढ़ (झज्जर) हिसार, करनाल (साथ में कुरुक्षेत्र), अंबाला, भिवानी (साथ में चरखी दादरी), कैथल (साथ में जींद), सिरसा (साथ में फतेहाबाद) और आज यमुना नगर में सम्पन्न हुआ।

आज के कार्यक्रम में अनुराग बख्शी के साथ डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्री हरियाणा के अतिरिक्त निदेशक एस एन सिंह, व्यापार कल्याण बोर्ड हरियाणा सरकार के पूर्व चेयरमैन राम निवास गर्ग, विदेश व्यापार महानिदेशालय से राकेश रावत, हरियाणा व्यापार कल्याण बोर्ड के जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता, सदस्य सतीश चोपाल, सजल जैन, डॉक्टर डी सी गर्ग, हरियाणा एक्सपोर्ट काउंसिल से कुमारी सुलगना, हरियाणा चेम्बर ओफ़ कामर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष दीपक सोंढी, आदित्य चावला, शिवम् सलूजा, शुभम बिंबलिश, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग के साथ बड़ी संख्या में विभिन्न उद्योगिक संस्थाओं के पदाधिकारी, उद्यमी और निर्यातक उपस्थित रहे । यमुनानगर पूरे देश में प्लाईवुड उद्योग के लिए जाना जाता है और इसके साथ साथ यहाँ दूसरे उद्योग जैसे मेटल, बर्तन, चीनी मिल और रक्षा उत्पाद से जुड़े उद्योग भी चल रहे हैं।

चेयरमैन अनुराग बख्शी ने बताया की इस अभियान में निर्यातकों में विशेष उत्साह देखने को मिला और उन्होंने खुलकर अपनी समस्याएँ और चुनौतियाँ काउंसिल के समक्ष रखी। चर्चा में यमुना नगर से निर्यात को बढ़ाने की अपार संभावनाएं दिखाई दीं। निर्यातकों से संवाद के दौरान उन्हें विदेश सहयोग विभाग की गतिविधियों की जानकारी दी गयी और बताया गया की प्रदेश में निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हाल ही में विदेश सहयोग विभाग के अंतर्गत हरियाणा एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का गठन किया गया है और सभी जिलों में निर्यात प्रोत्साहन और आई ई सी पंजीकरण अभियान की योजना बनाई गई है। बख्शी ने कहा की ये गर्व की बात है की हरियाणा देश के कुल भूभाग का केवल 1.34 फीसदी है लेकिन देश की जी डी पी में इसका योगदान लगभग 4 फीसदी है और जी एस टी संग्रह में भी इसका चौथा स्थान है और निर्यात में पूरे देश में पांचवें स्थान पर है। ये सरकार के सतत प्रयासों का परिणाम है जो ईज़ ऑफ़ डूइंग बिजनेस और प्रदेश की जनता के जीवन को सुगम बनाने (ईज़ ऑफ़ लिविंग) के लिए निरंतर काम कर रही है। 

बक्शी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश का निर्यात लगभग 115000- करोड़ रुपये है जिसे मनोहर सरकार जल्दी ही दुगना करना चाहती है ।इस लक्ष्य को पाने के लिए सरकार निर्यातकों को हर संभव सुविधा और सहायता देने के लिए तैयार है । 

बक्शी ने बताया की सभी जिलों में निर्यातकों ने अपनी समस्याएं, और प्रदेश से निर्यात बढ़ाने हेतु अपने सुझाव और सरकार से अपनी उम्मीदें भी साझा की। निर्यातकों ने इकोस्पोर्ट फ्रेट सब्सिडी , इंडस्ट्रियल इलाके में बेहतर बुनियादी सुविधाएं, सेवा कर वापसी में देरी की समस्या , और निर्यात में पेश आने वाली कुछ और समस्याओं की और ध्यान दिलाया। काउन्सिल की और से इन समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव सहायता और प्रयास का भरोसा दिलाया गया। साथ ही निर्यात को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी। बक्शी ने बताया की इस अभियान के दौरान प्रदेश से निर्यात को बढ़ाने की अपार संभावनाएं दिखाई दीं। इसके बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट जल्द तैयार कर सरकार के सामने रखी जाएगी। 

बक्शी ने बताया की आने वाले दिनों में प्रदेश के बाकी जिलों में भी ये अभियान चलाया जाएगा।