माता-पिता के साथ जेल में रह रही बेटी जाएगी स्कूल

दमोह जिले के हटा तहसील अंतर्गत एक गांव के रहने वाले प्रहलाद लोधी और उसकी पत्नी हटा उप जेल में हत्या के आरोप में निरुद्ध हैं।

माता-पिता के साथ जेल में रह रही बेटी जाएगी स्कूल

दमोह - मध्यप्रदेश के दमोह जिले के हटा उप जेल में अपने माता पिता के साथ रह रही चार वर्ष की एक मासूम बेटी अब स्कूल जाएगी। यह बच्ची एक वर्ष की उम्र में अपने माता पिता द्वारा किए गए अपराध की सजा उनके साथ जेल में रहकर काट रही है।

दमोह जिले के हटा तहसील अंतर्गत एक गांव के रहने वाले प्रहलाद लोधी और उसकी पत्नी हटा उप जेल में हत्या के आरोप में निरुद्ध हैं। इनके साथ इनकी बच्चे जो वर्तमान में 4 वर्ष की है, वह भी तीन वर्ष पूर्व इनके ही साथ जेल में आई थी। प्रतिदिन की भांति जेल का निरीक्षण करने के दौरान, जब हटा उप जेल के जेलर की उस बेटी पर नजर पड़ी, तो उन्होंने उसे पढ़ाने का इच्छा जाहिर की।

इसके बाद समस्त स्वीकृतियां लेकर उस बेटी का फटाके निजी स्कूल में दाखिला कराया गया। दाखिले के बाद अब यह बेटी रोज ही अध्ययन करने के लिए स्कूल जाएगी और छुट्टी के बाद वापस जेल आएगी। जेलर की इस पहल की सभी लोग सराहना कर रहे हैं।

जेलर नागेंद्र चौधरी ने बताया कि दस जुलाई को जेल के निरीक्षण के दौरान एक अबोध बालिका से उनका सामना हुआ। उन्होंने उससे पूछा स्कूल में पढ़ने जाना है, मासूम ने स्वीकृति में सिर हिला दिया, लेकिन उसे जेल से अपनी मर्जी से सीधे किसी स्कूल भेज देना जेल मैनुअल के हिसाब से उचित नहीं था। उसकी इच्छा का सम्मान करते हुए जेलर ने सबसे पहले उसके माता-पिता आरती एवं प्रहलाद लोधी से उसकी सहमति प्राप्त की। इसके बाद पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए न्यायालय से अनुमति प्राप्त की और अपने स्वयं के बच्चों के साथ उसका नाम स्कूल में लिखवा दिया।

जेल में अपने माता पिता के साथ बंद इस चार वर्षीय बच्ची का कल स्कूल का पहला दिन था। जेल मैनुअल के अनुसार निर्धारित समय पर उसे स्कूल भेजा जाएगा और स्कूल से वापस लाया जाएगा। साथ ही जेल में ही स्थित भोजनशाला से ही तैयार लंच उसके स्कूल बैग में रखा जाएगा। मासूम के माता-पिता हटा उप जेल में पिछले तीन वर्ष से हत्या के आरोप में निरुद्ध हैं। इनके परिवार में इनके अलावा किसी अन्य जिम्मेदार के ना होने के कारण भी यह बच्ची अपने माता-पिता के साथ जेल में ही निरुद्ध है।