मध्य प्रदेश के हरदा में हुए भीषण हादसे के बाद जिला प्रशासन जागा, प्रशासन की टीमों ने किया पटाखा गोदामों का निरीक्षण

इसके बाद मध्य प्रदेश के जिलों में भी प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है।

मध्य प्रदेश के हरदा में हुए भीषण हादसे के बाद जिला प्रशासन जागा, प्रशासन की टीमों ने किया पटाखा गोदामों का निरीक्षण

मध्य प्रदेश :  हरदा में मंगलवार 6 फरवरी को पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया था। देशभर में इस घटना की चर्चा हो रही है। इस घटना में कई लोगों की मौत हुई है

जिसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर अपना शोक व्यक्त किया था। इसके बाद मध्य प्रदेश के जिलों में भी प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। इस घटना के बाद प्रशासन एक्शन में आ गया है।

मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रशासन अवैध रूप से पटाखा बनाने वाली फैक्ट्रियों को सील करने में जुट गया है। वहीं इस हादसे के बाद प्रशासन की कार्रवाई पर भी कई सवाल उठ गए है। बता दें कि हरदा के इस हादसे में कई लोगों की जान गई है। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है और 170 से अधिक लोग घायल हुए है।

बता दें कि पुलिस ने पटाखा फैक्ट्री के दो मालिकों को भी गिरफ्तार कर लिया है, जहां विस्फोट के बाद आग लगी थी। फैक्ट्री मालिकों की पहचान राजेश अग्रवाल और सोमेश अग्रवाल के तौर पर हुई है।

इन्हें पुलिस ने राजगढ़ जिले के सारंगपुर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनों फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या समेत अन्य आरोप के तहत मामला दर्ज किया है।

इस मामले में एक अन्य व्यक्ति की गिरफ्तारी भी हुई है। रफीक खान नाम के एक अन्य व्यक्ति को शाम को हिरासत में लिया गया। पीटीआई के अनुसार अधिकारी ने कहा कि खान को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उन्होंने खान के बारे में अधिक जानकारी साझा नहीं की। पुलिस सूत्रों ने कहा कि खान को कारखाने का प्रबंधक बताया जाता है।