नीतीश के राजग में शामिल होने पर आठवले ने कहा - देर आए दुरुस्त आए

मुख्यमंत्री के चयन के सवाल पर आठवले ने कहा कि चौहान लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे और एक नए ओबीसी नेता को मौका दिया गया।

नीतीश के राजग में शामिल होने पर आठवले ने कहा - देर आए दुरुस्त आए

मध्य प्रदेश : केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने रविवार को जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) अध्यक्ष नीतीश कुमार के भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के फैसले का स्वागत करते हुए इसे ‘देर आए दुरुस्त आए’ करार दिया। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि कुमार ने राजग का हिस्सा बनने का सही समय पर सही फैसला किया।

दिन में, कुमार ने यह कहते हुए बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया कि महागठबंधन और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में उनके लिए ‘चीजें अच्छी तरह से काम नहीं कर रही थीं’। शाम में, नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उन्होंने भाजपा के समर्थन से नयी सरकार बनाई है।

आठवले ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने नीतीश जी से कहा था कि वह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद के साथ नहीं जाएं क्योंकि वे आपके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करेंगे। लेकिन देर आए दुरुस्त आए... मैंने उनसे कहा था कि (नरेन्द्र) मोदी जी के साथ जुड़ जाएं... अब उन्होंने सही निर्णय लिया है, इसलिए मैं उन्हें धन्यवाद दे रहा हूं।’’

केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन को कुमार के जाने से बड़ा झटका लगा है। आठवले ने कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी वर्ष 2024 में भी प्रधानमंत्री बनेंगे। कोई व्यक्ति नरेन्द्र मोदी का ‘विकास रथ’ नहीं रोक सकता और हम सभी इस पर बैठे हुए हैं।’’ रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष आठवले ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर भी निशाना साधा।

उन्होंने कहा, ‘‘जब 70 साल तक कांग्रेस की सरकार थी, तो राहुल गांधी की पार्टी ने देश को एकजुट क्यों नहीं किया? संविधान पहले से ही देश को एकजुट कर रहा है। ऐसा करने के लिए नरेन्द्र मोदी यहां हैं।

गांधी को कांग्रेस को एकजुट करने के लिए यात्रा करनी चाहिए।’’ वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के अमेठी निर्वाचन क्षेत्र में गांधी की हार का जिक्र करते हुए आठवले ने कहा कि कांग्रेस नेता को अपनी पार्टी के बारे में चिंतित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में अब ताकत नहीं बची है।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख केजरीवाल पहले ही अपनी पार्टियों द्वारा शासित राज्यों में कांग्रेस के साथ सीट साझा नहीं करने का फैसला कर चुके हैं। बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का शासन है, तो दिल्ली और पंजाब में आप सत्तारूढ़ है।

आठवले ने राहुल के करीबी सहयोगी सैम पित्रोदा पर सुधींद्र कुलकर्णी के विचारों का ‘समर्थन’ करने का आरोप लगाया और इसके लिए कांग्रेस से माफी मांगने की मांग की। आठवले ने आरोप लगाया कि पित्रोदा ने कुलकर्णी के उस विचार का समर्थन किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि संविधान के निर्माण में जवाहरलाल नेहरू का योगदान भीम राव आंबेडकर से अधिक था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पित्रोदा ने कांग्रेस के इशारे पर ऐसा किया।

इससे पहले, शनिवार को भाजपा नेताओं ने ‘एक्स’ पर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस प्रमुख पित्रोदा के अब हटाये जा चुके एक पोस्ट की स्क्रीनशॉट साझा की थी जिसमें उन्होंने इस मुद्दे पर कुलकर्णी का एक आलेख साझा किया था और कांग्रेस नेतृत्व से पूछा था कि क्या वे भी इस तरह के ‘आंबेडकर विरोधी’ विचारों का समर्थन करते हैं।’’

आठवले ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में राजग 400 से ज्यादा सीट हासिल करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी कहा था कि मोदी जी 2029, 2034, 2039 और 2044 में आएंगे।

2044 तक दूसरों के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। मैं मोदी जी के साथ हूं, जिन्होंने डॉ. आंबेडकर के कई स्मारक बनावाये।’’ केंद्रीय मंत्री ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से आने वाले मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने के लिए मोदी को धन्यवाद दिया।

अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय में पेश किये गये एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) द्वारा पाए गए सबूतों के अनुसार, मुगलों ने 500 साल पहले मस्जिद बनाने के लिए पुराने मंदिर को नष्ट कर दिया था।

आठवले ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को इस समारोह में शामिल होना चाहिए था क्योंकि उन्हें राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा निमंत्रण भेजा गया था और यह एक गैर-राजनीतिक कार्यक्रम था।

मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की जगह नये मुख्यमंत्री के चयन के सवाल पर आठवले ने कहा कि चौहान लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे और एक नए ओबीसी नेता को मौका दिया गया। उन्होंने कहा कि चौहान अब लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे औरकेंद्रीय मंत्री बनेंगे।