अच्छा इंसान ही अच्छा चिकित्सक बन सकता है: राज्यपाल

कहा, बिहार में प्रत्येक वर्ष 2000 से 2500 एमबीबीएस चिकित्सक बनते हैं

अच्छा इंसान ही अच्छा चिकित्सक बन सकता है: राज्यपाल

छपरा : बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज कहा कि अच्छा इंसान ही अच्छा चिकित्सक बन सकता है। श्री आर्लेकर ने आज सारण जिले के परसा थाना क्षेत्र के मस्तीचक गांव में अखंड ज्योति आंख अस्पताल के 500 बेड वाले नये अस्पताल के उद्घाटन के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक अच्छा इंसान ही अच्छा चिकित्सक, अधिवक्ता, राजनीतिज्ञ बन सकता है। इसके लिए जरुरत है अच्छा इंसान बनने की। उन्होंने कहा कि बिहार में प्रत्येक वर्ष 2000 से 2500 एमबीबीएस चिकित्सक बनते हैं। लेकिन क्या बिहार के आबादी 14 करोड़ के हिसाब से यहां की जनता को पर्याप्त चिकित्सक मिल पाते हैं।
राज्यपाल ने बताया कि अखंड ज्योति आंख अस्पताल बनाने वाले पहले अच्छे इंसान बने हैं जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में आंख का अस्पताल खोल कर ग्रामीण क्षेत्र की गरीब जनता को देखने की सुविधा उपलब्ध कराने में मदद की है। आयोजकों ने जानकारी दी कि उनके शिविर में प्रत्येक वर्ष लगभग 100 किलोमीटर की दूरी से लोग इलाज कराने के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि शिविर आयोजित करने वाले लोग चिकित्सक को 100 किलोमीटर दूर से आने वाले व्यक्ति के घर में पहुंच कर इलाज करायें। इसके लिए व्यवस्था और सोच को बदलने की जरूरत है। इस अवसर पर भाजपा के सांसद राजीव प्रताप रूडी, तरैया के विधायक जनक सिंह, अमनौर के विधायक कृष्ण कुमार शर्मा उर्फ मंटू शर्मा,परसा के विधायक छोटे लाल राय, अखंड ज्योति संस्था के जयेश पारेख, मृत्युंजय कुमार तिवारी, रविकांत, डॉ अजीत कुमार पोद्दार उपस्थित थे।