श्रीनगर में डल लेक में शिकारा पर सवार होकर लोगों ने निकाला मुहर्रम जुलूस

कश्मीर में लोगों का समूह सबसे पहले रैनावाड़ी में इकट्ठा हुआ और उसके बाद शिकारा में सवार होकर एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले तक यात्रा की

श्रीनगर में डल लेक में शिकारा पर सवार होकर लोगों ने निकाला मुहर्रम जुलूस

श्रीनगर : आपने अभी दो दिन पहले श्रीनगर की सडक़ों पर मुहर्रम के जुलूस के दृश्य देखे होंगे। अब कश्मीर में मुहर्रम का पारंपरिक जुलूस डल झील के अंदरूनी इलाकों में शिकारा में निकाला गया। कश्मीर में लोगों का समूह सबसे पहले रैनावाड़ी में इकट्ठा हुआ और उसके बाद शिकारा में सवार होकर एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले तक यात्रा की। इस अनोखी शिकारा रैली को देखने के लिए डल झील के आसपास लोगों की काफी भीड़ जमा थी। लोगों ने कहा कि यह एक पारम्परिक जुलूस है जिसका इतिहास सैंकड़ों वर्षों पुराना है। लोगों ने बताया कि मूल रूप से डोगरा शासन के समय इसकी शुरुआत हुई थी। लोगों ने इस रैली को निकालने की अनुमति देने के लिए प्रशासन का शुक्रिया भी अदा किया।

रैली के दौरान देखा गया कि आसपास के लोग सुबह ही इसमें शामिल होने के लिए तैयार हो गये थे। खासकर युवकों का उत्साह देखते बन रहा था। डल झील के आसपास सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त थे। रैली शांतिपूर्वक समाप्त होने से प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। हम आपको यह भी बता दें कि श्रीनगर में करीब तीन दशक से अधिक समय के अंतराल के बाद मुहर्रम के जुलूस निकल रहे हैं। गुरुवार को भी शिया समुदाय ने गुरुबाजार से डलगेट मार्ग पर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच मुहर्रम जुलूस निकाला था जिसमें सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया था। आज भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लोग अपने धार्मिक रिवाजों को निभा रहे हैं।