दक्षिण कश्मीर में आतंकवादी साजिश मामले में एनआईए ने छापे मारे
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह छापे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी साजिश मामले में चल रही जांच का हिस्सा है।
![दक्षिण कश्मीर में आतंकवादी साजिश मामले में एनआईए ने छापे मारे](http://suprabhatnews.com/uploads/images/202307/image_750x_64b00c56c55d3.jpg)
श्रीनगर - राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को पाकिस्तान समर्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के हाईब्रिड आतंकवादियों और ओवर ग्रांउड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के परिसरों पर छापे मारे।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह छापे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी साजिश मामले में चल रही जांच का हिस्सा है।
एनआईए ने कहा कि आज शोपियां ,अवंतीपोरा एवं दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिलों में पांच स्थानों पर छापे मारे गए।
एनआईए ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (यूएलएफजेएंडके), मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद (एमजीएच), जम्मू एंड कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स (जेकेएफएफ) , कश्मीर टाइगर्स, पीएएएफ और अन्य जैसे नए बने संगठनों के समर्थकों और कैडरों के परिसरों पर भी छापेमारी की।
एनआईए ने कहा कि ये संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल-बद्र और अल-कायदा जैसे विभिन्न प्रतिबंधित पाक समर्थित संगठनों से संबद्ध हैं।
एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि आज की तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक डेटा वाले कई डिजिटल उपकरण बरामद किए गए। इसने एक बार फिर घाटी में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में ओजीडब्ल्यू पर ध्यान केंद्रित किया है, जिसे निरंतर नष्ट किया जा रहा है। इन्हें हाइब्रिड आतंकवादियों के रूप में भी जाना जाता है, ये पाकिस्तान स्थित उग्रवादियों और आतंकवादियों को सहायता प्रदान करते हैं।एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में आतंक, हिंसा और तोड़फोड़ से संबंधित गतिविधियों को फैलाने में विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता और ओजीडब्ल्यू की संलिप्तता की जांच के लिए 21 जून, 2022 को एक स्वत: संज्ञान मामला दर्ज किया था। ये कार्यकर्ता चिपचिपे बम, चुंबकीय बम, आईईडी, फंड, मादक पदार्थ और हथियार एवं गोला-बारूद के संग्रह और वितरण में शामिल रहे हैं।