व्यक्तित्व का अर्थ अच्छा रूप रंग नहीं होता- प्राचार्य

व्यक्तिगत पर्सनालिटी का निर्माण मनुष्य के गुणों, कठिन परिश्रम, आभार की भावना, बड़ों के प्रति आदर इत्यादि से होता है।

व्यक्तित्व का अर्थ अच्छा रूप रंग नहीं होता- प्राचार्य

रादौर- शहर के मुकंदलाल नेशनल कॉलेज में सात दिवसीय एनएसएस शिविर के चौथे दिन स्वयंसेवकों सेविकाओं को डॉक्टर मेजर सिंह पूर्व प्राचार्य खालसा कॉलेज ने संबोधित किया। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों द्वारा यह बताया कि व्यक्तिगत पर्सनालिटी का निर्माण मनुष्य के गुणों, कठिन परिश्रम, आभार की भावना, बड़ों के प्रति आदर इत्यादि से होता है। व्यक्तित्व का अर्थ अच्छा रूप रंग नहीं होता। उन्होंने अब्राहम लिंकन, एपीजे अब्दुल कलाम, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी इत्यादि के उदाहरण के द्वारा यह बताया कि कई कमियों के बाद भी यह सब जीवन में अपने गुणों के कारण ऊंचाइयों पर पहुंच पाए।

डॉ. इंदु कपूर समाजसेविका ने स्वयं सेवकों सेविकाओं को आंखों की देखभाल करने के बारे में बताया कि आंखों में काजल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। नंबर आने पर चश्मा का प्रयोग करना चाहिए। नारंगी, सफेद, हरे रंग की सब्जियां, फलों का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने आंखों की जांच भी की।  स्किल डेवलपमेंट की ओर से स्वीटी ने स्वयंसेवक सेविकाओं को भारत सरकार द्वारा कौशल विकास मिशन के अंतर्गत फूड वेंडर और कंप्यूटर कोर्स के बारे में भी जानकारी दी गई। इसके बाद सभी  स्वयंसेवी व सेविकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. अजायब सिंह व रिचा सीकरी की देखरेख में हुई। इस अवसर पर डॉ. महेंद्र सिंह, प्रो. नवीन भारद्वाज, डोली कौशिक आदि मौजूद रही।