प्रजापिता ब्रह्माकुमारी वरदानी भवन बाबैन में कमलेश बहन की तीसरी पुण्यतिथी पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

कहा कि बहन ने अपना सारा जीवन बाबा की श्रीमत पर चलते हुए समाज सेवा मे व लोगों को ज्ञान के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हुए ही गुजार दिया इसलिए हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कमलेश बहन जैसी महान विभूतियां बिना किसी भेदभाव के अपने त्याग, तपस्या के बल पर सम्पूर्ण मानवता की सेवा में अपने जीवन को समर्पित कर समाज को सुखी बनाती हैं।

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी वरदानी भवन बाबैन में कमलेश बहन की तीसरी पुण्यतिथी पर श्रद्धांजलि सभा  का आयोजन

बाबैन- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी वरदानी भवन बाबैन मे बी के कमलेश बहन की तीसरी पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस श्रद्धांजलि सभा मे लाडवा सेंटर इंचार्ज बी के ज्योति बहन,बीके गीता बहन व अन्य भाई-बहनों ने बहन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस श्रद्धांजलि सभा मे बी के ज्योति बहन ने कमलेश बहन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कमलेश बहन के चेहरे पर मुस्कुराहट हमेशा ही देखी जा सकती थी।

उन्होंने कहा कि बहन ने अपना सारा जीवन बाबा की श्रीमत पर चलते हुए समाज सेवा मे व लोगों को ज्ञान के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हुए ही गुजार दिया इसलिए हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कमलेश बहन जैसी महान विभूतियां बिना किसी भेदभाव के अपने त्याग, तपस्या के बल पर सम्पूर्ण मानवता की सेवा में अपने जीवन को समर्पित कर समाज को सुखी बनाती हैं। उन्होंने कहा कि अध्यात्म की गहराई की अनुभूति किए बिना मानसिक विकृतियों में उलझे मन को शांत करना असंभव है। वर्तमान संसार में बदल रहे हालात को देखते हुए मनोबल को बढ़ाने के लिए राजयोग का नियमित अभ्यास करना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि नैतिकता व आध्यात्मिकता के उचित समन्वय से समाज को परिवर्तन करने में समाज के हर वर्ग का योगदान जरूरी है। उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारी संगठन की ओर से समाज को सही राह दिखाने के लिए की जा रही सेवायें मानव जीवन के चरित्र का उत्थान करने में सार्थक सिद्ध हो रही हैं।

इस श्रद्धांजलि सभा में आए हुए भाई बहनों ने भी कमलेश बहन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर बी के सुनील कुमार,धर्मपाल,सुरेश कुमार,बुध राम,अमित गुप्ता,निर्मल नीरज,कृष मथाना, रामगोपाल गुप्ता, माम चन्द गुप्ता,संजीव कुमार, कुलदीप सिंह,डा. गुरनाम सैनी, गौरव गर्ग,राम कुमार,जनक राज सैनी रामसरण माजरा,रघबीर कसीथल,चून्नी लाल, जोनी चहल,प्रेम, सुरमख सिंह, जय किशन बिन्ट, राहुल अरोड़ा, बहन अंजू, गायत्री देवी, मोनिका, सुमन, रूपांशी, सरोज अरोड़ा, रूकमण, अंजलि, रश्मि, प्रवीण, शशी, सरोज, सुषमा व अन्य उपस्थित रहे।