जल विद्युत परियोजनाओं पर लगाए उपकर से हरियाणा को कोई नुकसान नहीं-सुक्खू

कार्यरत लगभग 172 जल विद्युत परियोजनाओं पर विद्युत उत्पादन पर लगाया जाएगा

जल विद्युत परियोजनाओं पर लगाए उपकर से हरियाणा को कोई नुकसान नहीं-सुक्खू

चंडीगढ़ - हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भेंट की और उनके साथ विभिन्न द्विपक्षीय मामलों पर सारगर्भित चर्चा की। सुक्खू ने खट्टर को अवगत करवाया कि हिमाचल सरकार की ओर से प्रदेश में स्थापित जल विद्युत परियोजनाओं पर लगाए जाने वाले उपकर से हरियाणा को कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश द्वारा लगाया जाने वाला जल उपकर, जल पर नहीं अपितु प्रदेश में कार्यरत लगभग 172 जल विद्युत परियोजनाओं पर विद्युत उत्पादन पर लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल उपकर के विषय में भ्रांतियों का निवारण ही आज की बैठक का उद्देश्य है।

बैठक में रेणुका बांध परियोजना तथा हिमाचल, हरियाणा और उत्तराखंड की संयुक्त किशाऊ जल विद्युत परियोजना पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। बैठक में सरस्वती नदी के उद्गम स्थल आदि बद्री परियोजना के कार्यान्वयन के संबंध में भी चर्चा की गई।

श्री सुक्खू ने कहा कि विभिन्न संयुक्त परियोजनाओ के कार्यान्वयन में अनावश्यक देरी जहां एक ओर परियोजना की लागत को बढ़ाती है वहीं परियोजना के लाभ देरी से मिलने से योजना का उद्देश्य पूर्ण नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं के विषय में दोनो राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक कर भावी नीति निर्धारित करेंगे। उन्होंने हरियाणा को हिमाचल प्रदेश में जल विद्युत परियोजनाओं तथा ग्रीन हाइड्रोजन में निवेश करने का न्यौता दिया। श्री खट्टर ने कहा कि जल विद्युत परियोजनाएं भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ पर्यावरण हितैषी भी हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल में निवेश पर सार्थक विचार किया जायेगा। बैठक में अंतरराज्यीय सीमा पर भू-संबंधी विषयों पर भी चर्चा की गई।