सेठ मुकंदलाल के जन्मदिवस पर स्कूल में हवन यज्ञ का आयोजन

सेठ मुकंदलाल ने 1952 में रादौर में शिक्षण संस्थाओं की स्थापना की थी। उनके द्वारा लगाया गया शिक्षा का पौधा आज वट वृक्ष बन गया है। मुकंदलाल संस्था दशकों से क्षेत्र व जिले के लोगों को शिक्षा ग्रहण करने का काम कर रही है।

सेठ मुकंदलाल के जन्मदिवस पर स्कूल में हवन यज्ञ का आयोजन

रादौर- शहर के मुकंदलाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में वीरवार को जिले में आजादी के बाद शिक्षा व स्वास्थ्य की लौह जगाने वाले सेठ मुकंदलाल का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित हुए हवन यज्ञ में मुकंदलाल संस्था के स्थानीय कॉलेज, मुकंदलाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, स्वराज पब्लिक स्कूल, स्वराज शिशु निकेतन के स्टाफ सदस्यों व विद्यार्थियों ने भाग लिया। स्टाफ व विद्यार्थियों ने हवन यज्ञ में आहुति डालकर विश्व में फैली महामारी के जल्द खत्म होने व सभी के लिए सुख शांति की कामना की।

इस अवसर पर जिसमें मुकंद संस्था के मैनेजिंग कमेटी के सदस्य पंडित ज्ञान प्रकाश शर्मा, डॉ. अजय शर्मा, संजीव गर्ग, विवेक शर्मा, पूर्व चेयरमैन सुभाष खुर्दबन, दीपक कौशिक, बालकिशन, रेनू शर्मा, पूजा कालड़ा, प्रमोद ग्रोवर, विल्सन कुमार, प्रदीप महाजन, तीनों स्कूल के अध्यापक व विद्यार्थियो ने हवन यज्ञ में आहुतियां दी। कार्यक्रम में लड्डू बांटकर खुशियां मनाई गई। इस अवसर पर प्रिंसिपल बालकिशन ने बताया कि आज ही के दिन मुकंदलाल नेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल रादौर का स्थापना दिवस भी मनाया जाता है। उन्होंने सभा को सेठ मुकंदलाल के आदर्शों से अवगत कराया।

उन्होंने बताया कि सेठ मुकंदलाल ने 1952 में रादौर में शिक्षण संस्थाओं की स्थापना की थी। उनके द्वारा लगाया गया शिक्षा का पौधा आज वट वृक्ष बन गया है। मुकंदलाल संस्था दशकों से क्षेत्र व जिले के लोगों को शिक्षा ग्रहण करने का काम कर रही है। लाखों बच्चे मुकंदलाल संस्था से शिक्षा ग्रहण करके अपना भविष्य बना रहे है। संस्था का उद्देश्य बच्चों को कम फीस पर अच्छी शिक्षा प्रदान करना है। जिसको लेकर सेठ परिवार संघर्षरत है। देश की आजादी के बाद सेठ मुकंदलाल ने शिक्षा की लौह को जन जन तक पहुंचाने के लिए शिक्षण संस्थान खुलवाए थे। जिससे लोगों को शिक्षा का ज्ञान मिल सका। उनके द्वारा दिए गए योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता।