भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद के आदर्शो को अपनाने की जरूरत - दत्तात्रेय

राज्यपाल आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले राज्यपाल ने दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।

भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद के आदर्शो को अपनाने की जरूरत - दत्तात्रेय

चण्डीगढ़ - हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को अपनाने की जरूरत है। अगर युवा पीढ़ी स्वामी विवेवकानंद के जीवन के नैतिक मूल्यों, शिक्षा, संस्कारों पर चलेगी तो निश्चित ही आने वाले कुछ समय में ही भारत विश्व गुरु बनेगा।

राज्यपाल आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले राज्यपाल ने दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।

श्री बंडारू दत्तात्रेय ने भारतीय संस्कृति के पुरोधा व युवा शक्ति के आदर्श स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाए देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 11 सितंबर, 1893 को शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में अपने ओजस्वी भाषण से दुनियाभर के धार्मिक और आध्यात्मिक सन्तों को अचंभित कर दिया था।

उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को जीवन में अपनाकर देश को आगे बढ़ाने के लिए योगदान देना चाहिए। जिस देश में युवा नशे व अन्य सामाजिक बुराईयों से दूर रहकर देशहित के लिए कार्य करते हैं। वे देश निश्चित ही तरक्की की राह पर आगे बढ़ता है। स्वामी विवेकानंद के भारतीय मूल्यों, संस्कृति और आदर्शों से प्रेरित होकर ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आत्म निर्भर, स्वस्थ भारत अभियान शुरू किया है।