मोदी के सत्ता में आने के बाद विकसित देशों का भारत के प्रति नजरिया बदला : रीजीजू

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत के अवसर पर यहां एक समारोह को संबोधित कर रहे थे

मोदी के सत्ता में आने के बाद विकसित देशों का भारत के प्रति नजरिया बदला : रीजीजू

ईटानगर : केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को वैश्विक स्तर पर एक महान नेता करार देते हुए कहा कि 2014 में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद विकसित देशों का भारत के प्रति नजरिया काफी बदल गया है। वह, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत के अवसर पर यहां एक समारोह को संबोधित कर रहे थे, जिसमें पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करने की परिकल्पना की गई है।

पृथ्वी विज्ञान मंत्री रीजीजू ने दावा किया, ‘‘पहले, भारत के नेताओं को उनकी विदेश यात्राओं के दौरान महत्व नहीं दिया जाता था। 2014 में मोदी के सत्ता में आने के बाद यह नजरिया बदल गया और हर विदेशी नेता न केवल भारतीय मंत्रियों को सम्मान दे रहा है बल्कि उनके साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की इच्छा भी व्यक्त कर रहा है।’’ रीजीजू ने मोदी को उनके 73वें जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की कार्यशैली अलग है और वह काफी ऊर्जावान हैं।

मंत्री ने कहा, ‘‘मैंने 2014 से प्रधानमंत्री के साथ काम किया है और मैं हमेशा कुछ घंटों की नींद के बाद पूरे दिन काम करने की उनकी ऊर्जा से प्रेरित हुआ हूं। मोदी एक दिन में कई बैठकों को संबोधित कर सकते हैं, जो एक सामान्य व्यक्ति के लिए मुश्किल है।’’ मोदी द्वारा शुरू की गई विश्वकर्मा योजना पर रीजीजू ने कहा कि आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने हाल में इस योजना के लिए 13,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो 2023-24 से 2027-28 तक पांच वित्तीय वर्षों के लिए पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए उपलब्ध होंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कारीगर ‘बायोमेट्रिक्स’ का उपयोग करके प्रधानमंत्री विश्वकर्मा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘समय बीतने के साथ अरुणाचल प्रदेश में पारंपरिक कारीगरों का महत्व कम हो गया, लेकिन अब वे योजना के माध्यम से अपने कौशल को नयी पहचान दे सकते हैं।