अरविंद केजरीवाल के पंजाब दौरे पर सबकी नजर

क्या राज्य में साथ आएंगे आप और कांग्रेस

अरविंद केजरीवाल के पंजाब दौरे पर सबकी नजर

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। पंजाब में आप की सरकार है। केजरीवाल ने बुधवार को अमृतसर में पहले स्कूल ऑफ एमिनेंस का उद्घाटन किया। केजरीवाल की इस यात्रा को लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। नई नीति बनाने की पंजाब सरकार की योजना पर उद्योगपतियों से फीडबैक लेने के लिए केजरीवाल गुरुवार और शुक्रवार को जालंधर, लुधियाना और मोहाली में रहेंगे। गुरुवार को केजरीवाल अमृतसर और जालंधर में उद्योगपतियों और उद्यमियों के साथ टाउनहॉल बैठकें करेंगे। शुक्रवार को वह लुधियाना और मोहाली में उद्योगपतियों से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक वह इन चार प्रमुख शहरों में उद्योगपतियों के मुद्दों और समस्याओं को सुनेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान भी होंगे। उद्योगपतियों द्वारा उठाए गए मुद्दों को आप सरकार की औद्योगिक नीति में संबोधित किया जाएगा। उनकी इस यात्रा को राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 

आप और कांग्रेस के लिए केजरीवाल की यात्रा राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। दोनों दल राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी ब्लॉक इंडिया के मंच पर एक साथ आए हैं। हालांकि, राज्य में गठबंधन के खिलाफ हैं। जबकि पूर्व पीपीसीसी प्रमुख नवजोत सिद्धू और लुधियाना के सांसद रवनीत बिट्टू को छोडक़र पंजाब कांग्रेस के अधिकांश नेताओं ने पंजाब में गठबंधन के खिलाफ रुख अपनाया है, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रिकॉर्ड पर कहा है कि पंजाब आप अकेले चुनाव लडऩे में सक्षम है, और यह जीतना जानता है। इन घटनाक्रमों की पृष्ठभूमि में, पंजाब में अपने तीन दिवसीय प्रवास के दौरान मान और अन्य नेताओं के साथ केजरीवाल की बैठकें पंजाब में इन पार्टियों के बीच गठबंधन के भविष्य पर असर डाल सकती हैं।