दिल्ली के बिजली के बार बनें जानलेवा!

दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में करंट लगने से महिला की मौत, बारिश में बीएसईएस ने जारी की एडवाइजरी

दिल्ली के बिजली के बार बनें जानलेवा!

नई दिल्ली : डिस्कॉम कंपनी बीएसईएस ने एक एडवाइजरी जारी कर क्षेत्र में जलभराव होने के कारण लोगों से बिजली प्रतिष्ठानों से दूर रहने और बिजली चोरी न करने का आग्रह किया है। बीएसईएस की ओर से यह सलाह तब आई जब 34 वर्षीय शिक्षिका साक्षी आहूजा की रविवार सुबह बारिश के बीच नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में बिजली के तार के संपर्क में आने के बाद करंट लगने से मौत हो गई।

बीएसईएस की एडवाइजरी बीएसईएस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, ‘अगर किसी ने कोई गिरी हुई केबल, पोल या खुली तार देखी है, तो वे 19123 (दक्षिणी और पश्चिमी दिल्ली) और 19122 (पूर्वी और मध्य दिल्ली) पर कॉल करके संबंधित अधिकारियों को सूचित कर सकते हैं। बच्चों को बिजली प्रतिष्ठानों के पास खेलने से सावधान करें, भले ही वे बैरिकेड हों। 

एडवाइजरी में आगे कहा गया है, मीटर केबिन में जलभराव या रिसाव होने पर मुख्य स्विच बंद कर दें। यह सुनिश्चित करने के बाद ही मुख्य स्विच चालू करें कि सभी दोष ठीक से ठीक हो गए हैं। मदद के लिए अर्थ लीकेज सर्किट ब्रेकर (ईएलसीबी) स्थापित करें। झटकों और दुर्घटनाओं से बचें। रविवार सुबह बारिश के बीच नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में गलती से बिजली के तार के संपर्क में आने से 34 वर्षीय महिला साक्षी आहूजा की करंट लगने से मौत हो गई। इस घटना ने संबंधित अधिकारियों को भविष्य में ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए सभी बिजली के खंभों और बिजली के बुनियादी ढांचे का सुरक्षा ऑडिट करने के लिए प्रेरित किया है।

उन्होंने बताया कि यह घटना स्टेशन के निकास गेट नंबर 1 के पास हुई जब पीडि़ता साक्षी आहूजा अपने परिवार के साथ चंडीगढ़ के लिए ट्रेन पकडऩे जा रही थी। घटना के समय वह अपने पिता, मां, भाई, बहन और दो बच्चों के साथ थी। पुलिस ने बताया कि प्रीत विहार में अपने परिवार के साथ रहने वाली आहूजा लवली पब्लिक स्कूल, प्रियदर्शनी विहार, लक्ष्मी नगर में शिक्षिका थीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, बारिश हो रही थी और आहूजा स्टेशन की ओर जा रही थी, तभी उसका संतुलन बिगड़ गया और उसने बिजली के खंभे को पकड़ लिया, जिससे वह घटनास्थल पर खुले तारों के संपर्क में आ गई। कहा। पुलिस उपायुक्त (रेलवे) अपूर्व गुप्ता ने कहा, सहायक उप-निरीक्षक गायकवाड़ के नेतृत्व में एक पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आहूजा को लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

उन्होंने बताया कि आहूजा की बहन माधवी चोपड़ा ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। गुप्ता ने कहा, अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 287 (मशीनरी के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण) और 304 ए (लापरवाही से मौत का कारण) के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, हमने भारतीय रेलवे के अधिकारियों से बात की है, जो अपने स्तर पर इस मामले की जांच कर रहे हैं कि लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार है। डीसीपी ने कहा, अपराध टीम और फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, रोहिणी के विशेषज्ञों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। पीडि़त परिवार के मुताबिक, आहूजा अपने भाई-बहनों, माता-पिता और बच्चों के साथ एक समारोह में शामिल होने के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस से चंडीगढ़ जा रही थीं।