ईडी ने पूर्व आईएएस रामविलास यादव 20.36 संपत्ति को किया जब्त

ईडी के मुताबिक इसमें 18 करोड़ की चल संपत्ति और 2 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति शामिल है

ईडी ने पूर्व आईएएस रामविलास यादव 20.36 संपत्ति को किया जब्त

लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय ने भ्रष्टाचार के आरोपी पूर्व आईएएस अफसर रामविलास यादव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने लखनऊ और देहरादून में रामविलास की 20.36 करोड़ की संपत्ति को अस्थायी रुप से जब्त कर लिया है। ईडी के मुताबिक इसमें 18 करोड़ की चल संपत्ति और 2 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति शामिल है। पिछले साल विजिलेंस की टीम न पूर्व आईएएस रामविलास यादव के ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिसमें सामने आया था कि साल 2013 से 2016 के बीच रामविलास की कमाई 78 लाख रुपये थी। जबिक इस दौरान उन्होंने लखनऊ और देहरादून में कई संपत्तियां खरीदकर 21.40 करोड़ रुपये खर्च किए थे। 

यादव की संपत्ति ज्ञात स्रोत से 2626 प्रतिशत से ज्यादा थी। इस मामले में 23 जून 2022 को रामविलास से करीब नौ घंटे की पूछताछ की गई थी। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तार होने के सात दिन पहले वह रिटायर होने वाले थे। इस मामले में ईडी की टीम ने लखनऊ और देहरादून जाकर रामविलास की सभी संपत्तियों की जांच की थी। इसके बाद श्वष्ठ ने 19 मई को सुद्धोवाला जेल से उसकी औपचारिक गिरफ्तारी की थी। इसके बाद चार दिन बाद 23 मई को यादव को कस्टडी में लिया था। ईडी ने प्रेस विज्ञप्ति में यादव की संपत्तियों को अटैच करने की जानकारी दी थी।

ईडी के अनुसार, रामविसाल ने देहरादून में अवैध रूप से अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर चार जमीनें और एक फ्लैट खरीदा था। इसके अलावा लखनऊ में अपन घर, जनता विद्यालय, गुडंबा, भवन समूह और रामकरन दादा मेमोरियल ट्रस्ट गाजीपुर की बिलडिंग बनाने में पैसा खर्च किया था। ईडी ने परिवार के सदस्यों की सदस्यों समेत 2.03 करोड़ की चल और अचल संपत्ति जब्त की है। जिसमें कई बैंकों में परिवार के नाम की एफडी और जमीन शामिल है। ईडी के अनुसार, रामविलास की अभी और कई संपत्तियों को जब्त किया जा सकता है। रामविसाल ने उत्तर प्रदेश प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और लखनऊ विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे थे। इसके अलावा रामविलास कई साल तक उत्तराखंड में समाज कल्याण विभाग के अपर सचिव भी रह थे।