गोल्डी बराड़ को UAPA के तहत भारत सरकार ने आतंकी घोषित किया

भारत सरकार ने यह फैसला UAPA के तहत लिया है। वह भारत में कई बड़े अपराधों में शामिल रहा है

गोल्डी बराड़ को UAPA के तहत भारत सरकार ने आतंकी घोषित किया

नई दिल्ली : भारत सरकार ने गोल्डी बराड़ को आतंकी घोषित कर दिया है। भारत सरकार ने यह फैसला UAPA के तहत लिया है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि गोल्डी बराड़ प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है। वह भारत में कई बड़े अपराधों में शामिल रहा है।

फिलहाल गोल्डी बराड़ कनाडा में हैं और वहीं से अपनी अपराध की दुनिया को ओपरेट कर रहा है। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्याकांड का मास्टर माइंड भी गोल्डी बराड़ को बताया जाता है। पंजाबी सिंगर मूसेवाला की हत्‍या के बाद गोल्‍डी बराड़ ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी।

कौन है गोल्डी बराड़?

गोल्डी बराड़ पंजाब के मौजूदा मोस्ट वॉन्टेड गैंग्स्टर्स में से एक है और फिलहाल कनाडा में रह रहा है। माना जाता है कि वह कॉलेज का एक ड्रॉप आउट छात्र है, और पढ़ाई छोड़ने के बाद से ही अपराध की दुनिया में सक्रिय है। साल 2019 में गोल्डी बराड़ स्टूडेंट वीजा पर पढ़ाई करने के लिए कनाडा गया था। वह भारत के कई नेताओं को धमकी भरे कॉल करने, फिरौती मांगने और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर हत्याओं के दावों को पोस्ट करने के लिए भी जाना जाता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह भी दावा किया जाता है कि गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की जुलाई 2021 में चंडीगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र में एक डिस्को के बाहर हत्या कर दी गई थी। गुरलाल बिश्नोई और गोल्डी का करीबी सहयोगी था। इस मौत का बदला लेने के लिए गोल्डी बराड़ ने कथित तौर पर फरीदकोट में युवा कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या की साजिश रची थी।

गोल्डी बराड़ कनाडा में जबरन वसूली जिसे एक्सटॉर्शन मनी (Extortion Money) के नाम से जाना जाता है, शुरू कर दी। इस दौरान उसने पैसों के लालच में कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का भी काम शुरू कर दिया। पुलिस ने आगे बताया कि अब तक उसके खिलाफ कई जिलों में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली सहित 50 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।

मूल रूप से पंजाब के फरीदकोट जिले के निवासी गोल्डी बराड़ का जन्म साल 1994 में हुआ था। गोल्डी बराड़ के पिता पुलिसकर्मी थे वह गैंग्स्टर लॉरेंस बिश्नोई का काफी करीबी माना जाता है। साल 2012 में जब गोल्डी बराड़ 18 साल का था उस पर धारा 336 के तहत मामला दर्ज किया गया था। हालांकि उसे इस मामले में बरी कर दिया गया था। यूथ कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या में भी गोल्‍डी बराड़ पर आरोप हैं। फरीदपुर कोर्ट ने इसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी किया था।