सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण से ममता की दूरी!

टीएमसी की ओर से यह नेता होंगी शामिल

सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण से ममता की दूरी!

नई दिल्ली : कर्नाटक में 20 मई को नए मुख्यमंत्री के तौर पर सिद्धारमैया शपथ लेने जा रहे हैं। कांग्रेस में कर्नाटक की जबरदस्त जीत हुई थी। कांग्रेस शपथ ग्रहण समारोह को शक्ति प्रदर्शन के रूप में दिखाना चाहती हैं। इसलिए कांग्रेस की ओर से विपक्षी दलों के नेताओं को भी शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। विपक्ष के कई बड़े नेता इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल भी होंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी को भी शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए कांग्रेस की ओर से आमंत्रित किया गया था। ममता बनर्जी ने कांग्रेस के इस निमंत्रण को स्वीकार किया। साथ ही साथ ममता बनर्जी ने सिद्धारमैया और कांग्रेस को कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए बधाई भी दी। 

लेकिन कहीं ना कहीं ममता बनर्जी खुद इस शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बनाती हुई दिखाई दे रही हैं। ममता बनर्जी की जगह सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण समारोह में तृणमूल कांग्रेस की सांसद काकोली घोष दस्तीदार शामिल होंगी। इस बात की जानकारी तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ ब्रायन ने दी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मनोनीत मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके अन्य सहयोगियों ने कल शपथ ग्रहण के लिए टीएमसी अध्यक्ष और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करने के लिए बुलाया। उन्होंने अपनी शुभकामनाएं दीं और समारोह में भाग लेने के लिए लोकसभा में टीएमसी की उप नेता काकोली घोष दस्तीदार को नामित किया। 

ममता बनर्जी ने कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद पार्टी को बधाई देते हुए भाजपा पर जबरदस्त तरीके से प्रहार किया था। इतना ही नहीं, ममता बनर्जी लगातार विपक्ष की एकता से अपील भी कर रही हैं। हाल में ही ममता बनर्जी ने साफ तौर पर कहा था कि जहां भी कांग्रेस मजबूत है उनकी पार्टी उसे अपना समर्थन देगी। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, नेशनल कांफ्रेस के नेता फारूक अब्दुल्ला, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और कुछ अन्य विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है।